आदर्श मूल्यों के प्रेरणास्रोत थे डा० राजेन्द्र प्रसाद : अमित
गोला गोरखपुर! बांसगांव संदेश! गोला ब्लाक अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय मदरहा पर भारत देश के प्रथम राष्ट्रपति एवं महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी "भारत रत्न "डा० राजेन्द्र प्रसाद जी की 138वीं जयन्ती बड़े ही हर्षोल्लास पूर्वक उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर मनायी गयी। कार्यक्रम की शुरूआत विद्यालय के प्रधानाध्यापक अमित कुमार गुप्ता द्वारा डा० राजेन्द्र प्रसाद जी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया तत्पश्चात बाल संसद के पदाधिकारियों द्वारा भी उन्हें पुष्पांजलि अर्पित किया गया। इस अवसर पर प्रधानाध्यापक ने बताया कि ये देश की स्वतंत्रता से पूर्व और स्वतंत्रता तक एक सर्वोच्च नेता के रूप में उभरे थे और स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति भी बने थे। ये बचपन से ही बहुत ही असाधारण प्रतिभा के धनी थे क्यों कि ये पाँच प्रान्तों में वकालत की परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किए थे और पटना हाईकोर्ट से वकालत की शुरूआत की थी और अपनी आमदनी का अधिकांश हिस्सा गरीब बच्चों पर खर्च किया करते थे। राष्ट्रपति के रूप में इन्होंने कई ऐसे दृष्टान्त छोड़े जो बाद में इनके परवर्तियों के लिए उदाहरण बन गए।इनकी इन्हीं असाधारण प्रतिभा और स्वाधीनता आंदोलन में अग्रणी भूमिका आदि के कारण ही इन्हें देश का सर्वोच्च पुरस्कार "भारत रत्न" भी मिला।इनकी जीवन शैली अत्यन्त ही अनुकरणीय व प्रेरणास्रोत रही है इसीलिए हमें इनके संघर्षमयी जीवन से सीख लेकर अपने जीवन को ऐसे ही जीना चाहिए। इस अवसर पर सहायक अध्यापक विनयकान्त शर्मा, शिखा प्रजापति शिक्षामित्र विद्याभूषण दाससहित रसोईया सुमित्रा देवी,मालती देवी,संगीता देवी आदि लोग उपस्थित थी।
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