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    सत्संग व्यक्ति के जीवन का उद्धार कर देता है - पं अवधेश शास्त्री



    गोरखपुर (बांसगांव संदेश): श्री श्री चिरकुटहवा बाबा शिव-शक्ति सर्वेश्वर सिद्धपीठ दुर्गा पार्क राजेंद्रनगर में श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के अंतिम दिन अयोध्या से पधारे कथा व्यास आचार्य अवधेश शास्त्री जी महाराज ने व्यास मंच से कहा कि जैसे आग की चिंगारी को कोयले के खंड से अलग करो तो चिंगारी बुझ जाएगी और यदि किसी बड़े कोयले से जोड़ दो तो जब तक बड़े कोयले का पिंड धड़कता रहेगा तब तक चिंगारी जलती रहेगी। उसी प्रकार हम जब तक श्रीराम के चेतन से जुड़े रहेंगे तब तक हम राम से समाहित रहेंगे, तब तक हम धर्म से जुड़े रहेंगे, राम का दर्शन लेते रहेंगे और आनंद की प्राप्ति करते रहेंगे।

    कभी कभी भगवान अपने आप को भक्तों का दास मानते हैं। वह कहते हैं "मैं भक्तन कर दास भगत मोर मुकुट"। सत्संग के महत्व को बताते हुए कथा व्यास ने "मिलती है संतों की संगत कभी-कभी, मिलती है राम नाम की दौलत कभी कभी " भजन सुनाते हुए कहा कि जीवन में कुछ बनाने का सबसे अच्छा मार्ग है सत्संग। बड़े भाग्य से सत्संग मिलता है इसलिए जब भी सतसंगत मिले तो अवश्य लाभ लो क्योंकि जीवन का उद्धार सत्संग से ही संभव होगा। जिस प्रकार के कुसंगति जीवन को नष्ट कर देता है उसी प्रकार से सत्संग व्यक्ति के जीवन का उद्धार कर देता है।


    मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के क्रम में आज सभी मूर्तियों का अन्न अधिवास, फल अधिवास, वस्त्र अधिवास विधिवत वैदिक मंत्रों के बीच संपन्न होकर मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा हुई तथा मूर्तियां अपने स्थान पर प्रतिष्ठित हुईं।

    यज्ञ

    आज यज्ञ में प्रातः वेद पाठ के बाद पूजन कार्य एवं हवन यज्ञ में पं अवधेश शास्त्री, पं ओम प्रकाश पांडे, पं अशोक शास्त्री जी सहित प्रमुख आचार्यों ने दुर्गा सप्तशती के पाठ से यज्ञ में आहुति डलवायी। यजमान की भूमिका में व्यास मणि मिश्र एवं राकेश तिवारी रहे।


    इस अवसर पर श्री गोरखनाथ संस्कृत विद्यापीठ के प्राचार्य डॉ अरविंद कुमार चतुर्वेदी, अध्यक्ष उग्रनाथ द्विवेदी, मृदुल पाठक, रीतांशु मिश्र, मनीष मौर्य, रिंकू दुबे, प्रद्युम्न दुबे, राहुल, संत कुमार शर्मा, सुनील पांडे, मंटू बाबा का विशेष योगदान रहा।

    व्यवस्था प्रमुख बृजेश मणि मिश्र ने बताया कि कल प्रातः 5:00 बजे से 7:00 बजे तक वेद पाठ, 8.00 बजे से 11:00 बजे तक पूजन कार्यक्रम होगा।12:00 से 1:00 के बीच में तुलादान 1:00 से 4:00 तक विशेष हवन तथा सायं 6:00 बजे से भंडारा होगा।






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