सावधान: ब्रांडेड प्रोटीनों का बिक रहा फेक डिब्बा कारोबारी धन कमाने के लिए भारतीय युवाओं के साथ के साथ कर रहे खिलवाड़
सावधान: ब्रांडेड प्रोटीनों का बिक रहा फेक डिब्बा
कारोबारी धन कमाने के लिए भारतीय युवाओं के साथ के साथ कर रहे खिलवाड़
डुप्लीकेट प्रोटीन की प्रोडक्ट शहर से लेकर गांव तक फैला है सस्ती रेट का रैकेट
गांव-गांव तक बना है रैकेट नामचीन प्रोडक्ट कंपनियों के हूबहू डिब्बे में कराते हैं पैकिंग
गोरखपुर। युवा हमारे देश के धरोहर है जिनके बेहतरी के लिए सरकार लगातार जिम योगा खेलकूद का विशेष रूप से प्रोत्साहन देकर उन्हें विकास के प्रगति पर चला रही है लेकिन वहीं कुछ सप्लीमेंट बेचने वाले काले कारोबारी अकूत धन कमाने की सोच पर फेक सप्लीमेंट के कारोबार में लीन हो गए हैं क्योंकि कंपनी के ओरिजिनल डिब्बा यदि ₹10 में मिलता है तो उसी कंपनी का डिब्बा जो सेम टू सेम दिखेगा उसे काले कारोबारी ₹5 रुपए में ही होनहार युवाओं को देकर उनके स्वास्थ्य के साथ घिनौना धंधा करने में लिप्त है जिसे लेकर एक सामाजिक संगठन ने फेक टू फेक प्रोटीन के प्रति युवाओं में जागरूकता की मुहिम चलाना शुरु कर दी है जो जिम बॉडीबिल्डरों प्रशिक्षकों तक जागरूकता का लौ देने में लीन है जो गोरखपुर महानगर में ऐसे काले कारोबार के प्रति लोगों को जानकारी देकर प्रदेश सरकार से भी इस पर पाबंदी एवं कठोर कार्रवाई करने की मुहिम चलाने की मांग हुई है।
देश व प्रदेश समेत गांव गांव के युवाओं को अपनी बॉडी बनाने की शौक बढ़ रही है जो स्थानीय जीमो में जाकर जिम करते और जिम कराने वाले प्रशिक्षक उन्हें प्रोटीन सेवन करने की सलाह देते हैं प्रोटीनो के काले धंधेबाज उस जिम में पहुंचकर सस्ते मूल्य व बेहतर कमीशन का लालच देकर फेंक सप्लीमेंट की आपूर्ति करते हैं ।
मजे की बात यह है कि सप्लीमेंट के डिब्बे पर नामी-गिरामी कंपनी का रैपर लगाकर काले धंधेबाज आपूर्ति करते हैं डिब्बे के अंदर प्रोडक्ट कंपनी का नहीं बल्कि काले धंधेबाज फेक पाउडर पैक रहता है जिसे खाने से आंत किडनी समेत ब्लड प्रेशर शुगर जैसी घातक बीमारी का सामना उस नौजवान को घेर लेता है इस प्रकार से ऐसा कारोबार इसी महानगर के कुछ देशद्रोही जन है जो देश प्रदेश महानगर तथा गांव में नौजवानों के स्वास्थ्य के साथ धन कमाने की ललच में घातक कार्य करने में लीन है फिलहाल इसकी जागरूकता हेतु एक सामाजिक संगठन देश की धरोहर युवाओं को बचाने हेतु लगातार मुहिम चलाने में लीनता के साथ अग्रसर है फिलहाल प्रदेश सरकार से इस वावत गोपनीय जांच करा कर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है वैसे युवाओं को ऐसे फेक प्रोटीन व बेचने वाले काले कारनामे वाले कारोबारियों से सतर्क रहते हुए उनके सस्ते मूल्यों व अधिक कमीशन राशि की प्रोत्साहन को धक्का मारकर भागने की मुहिम संचालित करने पर अडिग होकर उसे नस्त नाबूद कर समाज के सामने रखने की आवश्यकता को बल दे।
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