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    इनबुक फाउंडेशन द्वारा आयोजित" - राजभाषा हिंदी का सम्मान प्रतियोगिता 2022- संपन्न हुई

    *"इनबुक फाउंडेशन द्वारा आयोजित" - राजभाषा हिंदी का सम्मान प्रतियोगिता 2022- संपन्न हुई 
    *सभी विजेताओं को बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं**


     हिंदी प्रतियोगिता में संपूर्ण भारत से हजारों प्रतिभागियों ने भाग लिया है। हम सभी प्रतिभागियों के बहुत आभारी हैं और प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं के साथ ही उपविजेताओं को भी बधाई देते हैं।

    हिंदी कहानी लेखन और व्यंग्य प्रतियोगिता, हिंदी लेखकों और उनकी रचनात्मकता को बढ़ावा देने के एक प्रयास के अंतर्गत कैफे सोशल एवं इनबुक कैफे के तत्वावधान में आयोजित की गई । हम पिछले दो वर्षों से लगातार इस प्रतियोगिता का आयोजन कर रहे हैं। यह प्रतियोगिता रचनात्मक हिंदी लेखन और हमारे देश भर में छिपी प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए एक मंच है। इस प्रतियोगिता में हम प्रथम तीन विजेताओं को नकद पुरस्कार देते हैं और अन्य दस श्रेष्ठ प्रतिभागियों की कहानियों को हमारी मासिक पत्रिका में प्रकाशित करते हैं।


    पिछले वर्ष हमें 200 से अधिक आशाजनक प्रविष्टियाँ मिली थीं और इस वर्ष हमें 1000 से अधिक प्रविष्टियों के साथ अभूतपूर्व प्रतिसाद मिला। प्रविष्टियाँ भारत के सभी कोनों से प्राप्त हुई हैं, जिनमें हिंदी साहित्य के डॉक्टरेटधारी लेखकों से लेकर कई उभरते महत्वाकांक्षी लेखक सम्मिलित हैं। वरिष्ठ नागरिकों की ओर से भी प्रतिक्रियाएँ आई हैं।

    हमारे निर्णायक मंडल में साहित्यिक हस्तियों श्री डॉ साकेत सहाय, डॉ. अनीता अग्रवाल, डॉ. विनय भारद्वाज, डॉ. मीना गोदरे और डॉ. सुनीता चौहान द्वारा प्रविष्टियों का मूल्यांकन किया गया। कैफे सोशल उनके सहयोग के लिए उनका बहुत आभारी है क्योंकि उनका काम आसान नहीं था। निर्णायकों को विजेताओं का चयन करना था जबकि सभी प्रविष्टियाँ एक से बढ़कर एक थीं।

    प्रतियोगिता लगभग तीन महीने तक चली और प्रतिभागियों की संख्या के कारण इसे एक और महीने के लिए बढ़ाना पड़ा। रचनाओं को योग्यता के आधार पर क्रमबद्ध किया जाना था और अनेक रचनाओं को अयोग्य पाया गया  क्योंकि कई ने मानदंडों का पालन नहीं किया था। एक बार जब उन्हें अलग कर दिया गया, तो सभी प्रविष्टियों को नाम दिया जाना था, क्रमांकित किया जाना था, प्रत्येक प्रविष्टि के लिए अंक-पत्रक बनाए जाने थे और प्रत्येक निर्णायकों के लिए आँकड़े भरने थे। अंत में सभी निर्णायकों द्वारा दिये गए अंकों के आधार पर विचार-विमर्श के बाद हमें 26 जनवरी 2023 (गणतंत्र दिवस) को हिंदी का सम्मान प्रतियोगिता 2022-23 के विजेताओं की घोषणा की गई।

    हालांकि प्रतिक्रिया अभूतपूर्व थी, लेकिन कुछ पैमाने ऐसे थे, जिनके आधार पर कई प्रविष्टियों को अस्वीकार करना पड़ा। प्रविष्टियों का दोहराव था। नियम निर्धारित करने के बावजूद शब्द सीमा का उल्लंघन किया गया, केवल कहानियों या व्यंग्यों को स्वीकार किया जाएगा, प्रतिभागियों ने हमें कविताएं भेजीं। पहले से निर्धारित था कि रचना अप्रकाशित व मौलिक होनी चाहिए, हमें पहले प्रकाशित कहानियां मिलीं जिन्हें हमें स्पष्ट रूप से अस्वीकार करना पड़ा। सभी प्रविष्टियाँ टाइप होना अनिवार्य था और कई प्रविष्टियों को व्हाट्सएप पर अव्यवस्थित तरीके से भेजा गया। इसलिए हमने प्राप्त 1000 प्रविष्टियों में से केवल योग्य प्रविष्टियों पर विचार किया हैं जो निर्धारित मापदंडों के अनुरूप थी।

    प्रतियोगिता के पहले तीन विजेताओं में 
    1. प्रथम डॉ भावना साँवलिया रहीं, जिन्हें प्रमाण पत्र और 21000 रुपये नकद, 
    2. द्वितीय डॉ शीला कुमारी, जिन्हें प्रमाण पत्र और 15000 रुपये नकद और 
    3. तृतीय डॉ करुणा रहीं, जिन्हें प्रमाण पत्र और 11000 रुपये नकद:

    *विशेष रूप से सांत्वना पुरस्कार के लिए* 
    1. डॉ चमन माहेश्वरी, 
    2. डॉ रंजना जायसवाल, 
    3. ज्ञानचंद मर्मज्ञ, 
    4. रश्मिता शर्मा, 
    5. दीक्षा त्यागी, 
    6. अलका कोठवाडे, 
    7. अनूप बंसल, 
    8. सुशांत कुमार, 
    9. मनोरमा जैन  और 
    10. उमेश राजपूत को चुना गया। उन्हें प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाएगा और उनकी कहानियों को हमारे मासिक कैफे सोशल में प्रकाशित किया जाएगा।

    चूंकि हम अपनी हिंदी का सम्मान प्रतियोगिता को आगे जारी रखेंगे इसलिए आप हर वर्ष इस प्रतियोगिता में भाग ले सकेंगे। हमारी मासिक पत्रिका कैफे सोशल की सदस्यता लेने के लिए मत भूलिए। सदस्यता पर एक विशेष ऑफ़र का लाभ उठाने के लिए कृपया …vp@inbook.in से संपर्क करें।

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