भड़का हाथी तीन की मौत की खबर यज्ञ पंडाल में कई लोगों को रौदा फिर गांव की तरफ भागा चारों तरफ अफरा-तफरी मची
भड़का हाथी, 3 की मौत की खबर: यज्ञ पंडाल में कई लोगों को रौंदा फिर गांव की तरफ भागा, चारों तरफ अफरा-तफरी मची
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश ।एक हाथी ने यज्ञ पंडाल और उसके बाद गांव में उत्पात मचा दिया। इसमें 3 लोगों की मौत की खबर है।
हालांकि मौत के आंकड़े की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। कई लोग गंभीर रुप से घायल हुए हैं। घटना चिलुआताल इलाके के जगतबेला स्थित मोहम्मदपुर माफी गांव की है। खेत में घुस गया हाथी ग्रामीणों का कहना है कि यज्ञ में शोर हो रहा था। कुछ लोग हाथी को छेड़ रहे थे, इससे वह बिदक गया। सूचना पाते ही पुलिस और वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। उसे काबू करने की कोशिश की जा रही है। भीड़ की वजह से गई तीन की जान गांव के रहने वाले रामलखन के अनुसार आज कलश यात्रा निकलनी थी। इसको लेकर गांव में तैयारियां चल रही थी। कलश यात्रा के लिए महिलाएं जल भरने जाने वाली थी। जलूस में शामिल होने के लिए हाथी को यहां पर लाया गया था। मौके पर पंडाल में एक हजार से अधिक लोग थे। वहां पर हाथी को देखने और उसके साथ फोटो खिंचवाने वालों के लिए भीड़ जमा हो गई। भीड़ की वजह से हाथी भड़क गया। इस घटना में दो महिला कांति देवी (55), कौशल्या देवी (50) और एक बच्चे कृष्णा (4) की मौत हुई है। दोनों महिलाएं मोहम्मदपुर माफी इलाके की रहने वाली थी। आशीर्वाद की जगह 4 साल के बच्चे को मिली मौत जिस बच्चे की मौत हुई है, वह काफी बीमार चल रहा था। उसके ननिहाल वालों ने कहा था कि बच्चे को यज्ञ में लाकर पूजन कराओ तो वह ठीक हो जाएगा। मां बच्चे को लेकर मायके आई थी। वह हाथी का पूजन कर बच्चे को आशीर्वाद दिलाने पहुंची थी कि हाथी ने बच्चे को ही पटक कर मार डाला। महावत ने नहीं सुनी थी गांववालों की बात वहीं ग्रामीण राजेश मौर्य ने बताया कि गांव के लोग महावत से बार-बार हाथी को दूर ले जाने के लिए बोल रहे थे। लेकिन, महावत उनकी कोई भी बात सुनने को तैयार नहीं था। महिलाएं हाथी का पूजन कर उसे चढ़ावा चढ़ा रही थी। महावत रुपए के लालच में वहां पर बना हुआ था। हाथी के पास भीड़ लगी थी। इतने लोग एक साथ हाथी को छूने लगे और उसे घेर लिए, जिसकी वजह से हाथी भड़क गई।
हालांकि मौत के आंकड़े की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। कई लोग गंभीर रुप से घायल हुए हैं। घटना चिलुआताल इलाके के जगतबेला स्थित मोहम्मदपुर माफी गांव की है। खेत में घुस गया हाथी ग्रामीणों का कहना है कि यज्ञ में शोर हो रहा था। कुछ लोग हाथी को छेड़ रहे थे, इससे वह बिदक गया। सूचना पाते ही पुलिस और वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। उसे काबू करने की कोशिश की जा रही है। भीड़ की वजह से गई तीन की जान गांव के रहने वाले रामलखन के अनुसार आज कलश यात्रा निकलनी थी। इसको लेकर गांव में तैयारियां चल रही थी। कलश यात्रा के लिए महिलाएं जल भरने जाने वाली थी। जलूस में शामिल होने के लिए हाथी को यहां पर लाया गया था। मौके पर पंडाल में एक हजार से अधिक लोग थे। वहां पर हाथी को देखने और उसके साथ फोटो खिंचवाने वालों के लिए भीड़ जमा हो गई। भीड़ की वजह से हाथी भड़क गया। इस घटना में दो महिला कांति देवी (55), कौशल्या देवी (50) और एक बच्चे कृष्णा (4) की मौत हुई है। दोनों महिलाएं मोहम्मदपुर माफी इलाके की रहने वाली थी। आशीर्वाद की जगह 4 साल के बच्चे को मिली मौत जिस बच्चे की मौत हुई है, वह काफी बीमार चल रहा था। उसके ननिहाल वालों ने कहा था कि बच्चे को यज्ञ में लाकर पूजन कराओ तो वह ठीक हो जाएगा। मां बच्चे को लेकर मायके आई थी। वह हाथी का पूजन कर बच्चे को आशीर्वाद दिलाने पहुंची थी कि हाथी ने बच्चे को ही पटक कर मार डाला। महावत ने नहीं सुनी थी गांववालों की बात वहीं ग्रामीण राजेश मौर्य ने बताया कि गांव के लोग महावत से बार-बार हाथी को दूर ले जाने के लिए बोल रहे थे। लेकिन, महावत उनकी कोई भी बात सुनने को तैयार नहीं था। महिलाएं हाथी का पूजन कर उसे चढ़ावा चढ़ा रही थी। महावत रुपए के लालच में वहां पर बना हुआ था। हाथी के पास भीड़ लगी थी। इतने लोग एक साथ हाथी को छूने लगे और उसे घेर लिए, जिसकी वजह से हाथी भड़क गई।
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