रामायण कान्क्लेव शृंखला के अंतर्गत सातवें दिन नाटक "मंथरा मंत्रणा" का हुआ मंचन
रामायण कान्क्लेव शृंखला के अंतर्गत सातवें दिन नाटक "मंथरा मंत्रणा" का हुआ मंचन
गोरखपुर । रामायण कांक्लेव श्रृंखला के अंतर्गत चल रहे सात दिवसीय नाट्य समारोह के आखिरी दिन शुक्रवार को नाटक "मंथरामंत्रणा" का मंचन रैंपस स्कूल के सभागार में बने मंच पर मंचित किया गया जिसमें मंथरा और कैकेई के बीच हुए वार्तालाप को दिखाया गया । नाटक के माध्यम से ए संदेश दिया गया कि मनुष्य चाहे कितना भी पवित्र और सात्विक क्यों ना हो मंथरा जैसे दुर्बुद्धि सलाहकार से अपने आप को बचा कर रखना चाहिए, नहीं तो इतिहास में इस कलंक को आसानी से नहीं धोया जा सकता । कलाकारों ने दिखाया कि मंथरा के उकसाने पर कैकई ने राम की निष्ठा व मातृ भक्ति को भी ताक पर रख दिया और दशरथ से राम के लिए 14 बरस का बनवास भरत के लिए राजगद्दी की मांग की । नाटक का आलेख व संकलन मीरा सिकदर ने किया व निर्देशन आसिफ जहर का रहा है । कैकेई की भूमिका में मीरा सिकदर ने अपने सशक्त अभिनय की छाप छोड़ी तो वही मंथरा की भूमिका में सायरा सिद्दीकी ने बेहतरीन अभिनय किया । अन्य कलाकारों में दशरथ आसिफ जहीर, राम की भूमिका में नंदा राम चौधरी, मुकेश प्रधान, शशि शेखर, रितिका सिंह, अमन श्रीवास्तव, सूर्यांश, अंजना, लक्ष्मी, कुलदीप, साहिल, गौरी, विशाल, आदित्य । नाटक में रुप सज्जा राधे श्याम, प्रकाश रवि अवस्थी का रहा । नाटक के अंत में निर्देशक को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया ।
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