साधना से होती है साधन की प्राप्ति: राघव ऋषि
नगर पंचायत गोला के विस्तारित क्षेत्र गोपालपुर में सोमवार को आयोजित सप्त दिवसीय संगीतमयी श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में वाराणसी से पधारे अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वक्ता श्रीविद्या सिद्ध एवं ज्योतिष सम्राट कथा वाचक राघव ऋषि जी महाराज ने उपस्थित श्रोता गणों को भागवत कथा का श्रवण कराते हुए कहा कि जीव यदि तन्मय होकर लक्ष्मी नारायण भगवान की साधना करता है तो उसे सभी भौतिक सुख और साधनों की प्राप्ति होती है। श्री ऋषि जी ने कथा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि वेद की ऋचाएँ कन्या बनकर प्रभु सेवा की करने आई थी।वेद के तीन कांड व 1 लाख मंत्र हैं। कर्मकांड जिसमें 80 हजार मंत्र जो ब्रह्मचारी के लिए है।उपासना कांड इसके 16 हजार मंत्र जो गृहस्थ के लिए है। भगवान ने 16 हजार उपासना रूपी ऋचाओं से विवाह किया।धर्म की मर्यादा में रहकर अर्थोपार्जन एवं गृहस्थ धर्म का पालन करना है। कथावाचक श्री ऋषि जी के पुत्र सौरव ऋषि जी ने सांवरियो है सेठ म्हारी राधा जी सेठानी भजन गया तो पूरे पंडाल में लोग हर्षिति होकर नृत्य करने लगें।कथा का शुभारंभ मुख्य यजमान ने व्यास शक्तिपीठ की आरती उतारकर और कथावाचक श्री ऋषि जी महाराज को माल्यार्पण कर हुआ।कथा मंडली सहित समस्त ग्राम वासी व क्षेत्र के सम्मानित लोग भारी संख्या में मौजूद होकर कथा का रसपान किया।
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