स्वच्छ भारत मिशन के तहत बने शौचालयों की होगी मरम्मत
स्वच्छ भारत मिशन के तहत बने शौचालयों की होगी मरम्मत।
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव सन्देश।स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत गांवों में घर-घर शौचालयों का निर्माण कराया गया है।कई गावों में शौचालयों में छोटी छोटी कमियों के कारण उसका प्रयोग बंद होने लगा है ।
शासन के निर्देश पर ऐसे शौचालयों का मरम्मत कराकर प्रयोग के लायक बनाने के लिए सर्वे किया जा रहा है। सहायक विकास अधिकारी पंचायत अरविन्द कुमार सिंह ने बताया कि विकास खण्ड-पिपरौली में कुल 63 ग्राम पंचायतो में 39 हजार 28 शौचालयों के सर्वे का लक्ष्य रखा गया है।इसके लिए ग्राम पंचायतों में तैनात पंचायत सहायकों द्वारा आनलाइन सर्वे कार्य किया जा रहा है।शासन द्वारा निर्धारित पंचायत सहायकों की उपस्थिति पोर्टल पर ही शौचालय रेट्रोफिटिंग ऐप के माध्यम से यह सर्वे हो रहा है । शौचालयों के सर्वे के लिए तीन बिंदु निर्धारित किए हैं गए हैं , प्रथम बिंदु है पूर्ण की स्थिति , द्वितीय प्रयोग की स्थिति और तीसरा बिंदु है अपूर्ण । सर्वे के पश्चात उसी रिपोर्ट के आधार पर ग्राम पंचायतों में शौचालयों का मरम्मत कार्य कराया जाएगा।सर्वे के दौरान शौचालयों में लगे दरवाजे के टूटने , छतों में दरारें आने , सीट धंसने समेत हल्के-फुल्के कमियों के कारण उसका प्रयोग बंद होने के मामले सामने आ रहे हैं । ऐसे ही शौचालयों को चिन्हित भी किया जा रहा है । ग्राम पंचायतों के बेसिक ग्रांट के 60 प्रतिशत धनराशि को टाइड फंड कहा जाता है , जिसमें से 30 प्रतिशत धनराशि का प्रयोग शौचालय रेट्रोफिटिंग जैसे कार्यों में किया जाएगा । खंड प्रेरक अजय यादव ने बताया कि 39 हजार 28 लक्ष्य के सापेक्ष 19 हजार 696 शौचालयों का सर्वे कार्य पूर्ण हो चुका है । अवशेष लगभग 19 हजार 332 शौचालयों का सर्वे भी जल्द ही पूर्ण करा लिया जाएगा । शासन द्वारा शौचालय रैक्टोफिटिग सर्वे का अंतिम दिनांक 31 मार्च 2023 निर्धारित किया गया ।
शासन के निर्देश पर ऐसे शौचालयों का मरम्मत कराकर प्रयोग के लायक बनाने के लिए सर्वे किया जा रहा है। सहायक विकास अधिकारी पंचायत अरविन्द कुमार सिंह ने बताया कि विकास खण्ड-पिपरौली में कुल 63 ग्राम पंचायतो में 39 हजार 28 शौचालयों के सर्वे का लक्ष्य रखा गया है।इसके लिए ग्राम पंचायतों में तैनात पंचायत सहायकों द्वारा आनलाइन सर्वे कार्य किया जा रहा है।शासन द्वारा निर्धारित पंचायत सहायकों की उपस्थिति पोर्टल पर ही शौचालय रेट्रोफिटिंग ऐप के माध्यम से यह सर्वे हो रहा है । शौचालयों के सर्वे के लिए तीन बिंदु निर्धारित किए हैं गए हैं , प्रथम बिंदु है पूर्ण की स्थिति , द्वितीय प्रयोग की स्थिति और तीसरा बिंदु है अपूर्ण । सर्वे के पश्चात उसी रिपोर्ट के आधार पर ग्राम पंचायतों में शौचालयों का मरम्मत कार्य कराया जाएगा।सर्वे के दौरान शौचालयों में लगे दरवाजे के टूटने , छतों में दरारें आने , सीट धंसने समेत हल्के-फुल्के कमियों के कारण उसका प्रयोग बंद होने के मामले सामने आ रहे हैं । ऐसे ही शौचालयों को चिन्हित भी किया जा रहा है । ग्राम पंचायतों के बेसिक ग्रांट के 60 प्रतिशत धनराशि को टाइड फंड कहा जाता है , जिसमें से 30 प्रतिशत धनराशि का प्रयोग शौचालय रेट्रोफिटिंग जैसे कार्यों में किया जाएगा । खंड प्रेरक अजय यादव ने बताया कि 39 हजार 28 लक्ष्य के सापेक्ष 19 हजार 696 शौचालयों का सर्वे कार्य पूर्ण हो चुका है । अवशेष लगभग 19 हजार 332 शौचालयों का सर्वे भी जल्द ही पूर्ण करा लिया जाएगा । शासन द्वारा शौचालय रैक्टोफिटिग सर्वे का अंतिम दिनांक 31 मार्च 2023 निर्धारित किया गया ।
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