बुद्धा ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन गीडा गोरखपुर नवम दीक्षांतउपाधि वितरण समारोह संपन्न हुआ
बुद्धा ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन गीडा, गोरखपुर का नवम् दीक्षान्त ‘उपाधि वितरण‘‘ समारोह सम्पन्न।
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश। बुद्धा ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन, गीडा, गोरखपुर का नवम् दीक्षान्त ‘‘उपाधि वितरण‘‘ समारोह सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन व माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पदमश्री प्रो0 विश्वनाथ तिवारी पूर्व अध्यक्ष साहित्य अकादमी, नई दिल्ली व अध्यक्षता डॉ0 आर0ए0 अग्रवाल, चेयरमैन, बुद्धा ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन, गीडा, गोरखपुर ने की।
बुद्धा इंन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नालाजी, बुद्धा पॉलीटेक्निक कालेज, बुद्धा फार्मेसी कालेज के दीक्षान्त उपाधि वितरण समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि पदमश्री प्रो0 विश्वनाथ तिवारी ने कहा कि छात्र-छात्राओं का सर्वांगीण विकास करना तथा गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करना प्रत्येक शिक्षण संस्थान (विशेष तौर पर तकनीकी शिक्षण संस्थान) का धर्म है। गुणवत्ता को बढ़ावा दिये बगैर हम वैश्विक स्तर पर टिक नहीं सकते हैं। शिक्षण संस्थायें, शासन एवं प्रशासन तीनों, समाज के प्रति जवाबदेह हैं। अतः शिक्षण संस्थाओं को साधन सम्पन्न बनाया जाय, योग्य, निष्ठावान, दक्ष एवं कर्तव्यनिष्ठ शिक्षक नियुक्त हों (जैसा कि यहां पर है), छात्र कल्याण की योजनायें चलाई जायें तथा शोध एवं शिक्षण स्तर को बनाये रखने के लिये संस्थागत ढांचा निर्माण किये जायें। इनके साथ-साथ स्नातकों की नियुक्ति सुनिश्चित करने के लिये परिसर साक्षात्कार कराये जायें। महानुभावों, राष्ट्र के पुनर्निमाण के लिये महिला शिक्षा आवश्यक है। महिला शक्ति की सजीव प्रतिमा है, ज्ञान संस्कार एवं समृद्धि प्रदायनी है। आज की बालिकायें भविष्य की मातायें एवं जननी हैं। वे देश के निर्माण में अग्रणी बनेंगी अतः उन्हें आदर सम्मान एवं सुरक्षा मिलनी चाहिये। यह अत्यन्त सुखद एवं प्रेरक स्थिति है कि आज की बालिकाओं में तकनीकी शिक्षा के प्रति आकर्षण बढ़ा है तथा इस दिशा में उन्होंने महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं। राष्ट्र निर्माण की कोई भी योजना महिलाओं के भागीदारी के बिना अधूरी एवं अपूर्ण रहेगी। जीवन के जिस क्षेत्र में आप जा रहे हैं, वहाँ पर समाज व राष्ट्र को सामर्थ्यशाली बनाने के लिये आप को सक्रिय भूमिका निभानी होगी। आप टेक्नोक्रेट्स हैं। टेक्नोक्रेट्स राष्ट्र का निर्माता होता है। राष्ट्र निर्माण आप के हाथों में है। आप जैसा चाहे राष्ट्र को वैसा बना सकते हैं। जीवन के क्षेत्र में आप को नयी-नयी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। चुनौतियाँ आप को कार्य करने के लिये नये-नये अवसर प्रदान करेंगी। धीरे-धीरे अवसर आप को दृष्टि प्रदान करेंगे। दृष्टि को वास्तविक रूप में परिणत करना, यद्यपि आसान तो नहीं है लेकिन बदलना तो आप को ही है। मुझे विश्वास है कि आप अपनी प्रमाणिकता, कर्मठता, ईमानदारी व कठिन परिश्रम से दृष्टि को वास्तविक रूप में परिणत कर सकते हैं और राष्ट्र को उच्चतम शिखर पर ले जा सकते हैं। उन्होंने सफल जीवन के लिए पाँच पाठों का सार बताया जो इस प्रकार है- (1) कठिन परिश्रम, (2) कठिन परिश्रम उद्देश्यों की पूर्ति के लिए, (3) कठिन परिश्रम उद्देश्यों की पूर्ति के लिए पवित्र भाव से करना, (4) सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ पवित्र भाव से उद्देश्यों की पूर्ति हेतु कठिन परिश्रम करना एवम् (5) हर समय और हर उम्र में सीखने के लिए अपने को तैयार रखना। मुझे पूरा विश्वास है कि यदि आप अपने जीवन में इन पाँचों पाठों का ध्यान ठीक से रखेंगे तो अपने कार्यक्षेत्र में अवश्य सफल होंगे। भविष्य के लिये सुनहरे सपने देखना स्वाभाविक है। महत्वाकांक्षी अवश्य बनें परन्तु अपने सपनों को साकार करने के लिये अपनी क्षमता, अपनी प्रकृति एवं अपने सामर्थ्य के अनुरुप मन-मस्तिष्क को तैयार करें। आने वाला समय चुनौतियों से भरा होगा। सीमित अवसर, संकीर्ण मानसिकतायें अवरोध खड़ा कर सकती हैं। आप अपने ज्ञान, अपने संस्कार, अपने विवेक से सभी अवरोधों को समाप्त कर सकेंगे ऐसा मेरा विश्वास है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए निदेशक ने अतिथियों का परिचय उपस्थित सदन से कराते हुए सभी उपाधि ग्रहण करने वाले अभ्यर्थियों को शपथ दिलवाया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संस्थान के चेयरमैन डॉ0 आर0ए0 अग्रवाल ने कहा कि यह संस्थान भारत का सर्वश्रेष्ठ तकनीकि संस्थान बने व हमारे संस्थान के छात्र विश्व के कोने-कोने में दिखायी दें ऐसा हमारा व हमारी सोसाइटी का सपना है। इस सपने को साकार करने के लिए हम सभी लोग (शिक्षक $ प्रबन्धन $ कर्मचारी $ छात्र-छात्राएँ) अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देंगे। बुद्धा इंन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नालाजी मे समस्त विधाओ के टॉपर ऋशभ तिवारी, एम0टेक0 मे सभी विधाओ की टॉपर कुमारी रीतिका (डा0ए0के0टी0यू0 लखनऊ की (तृतीय स्थान) कास्य पदक विजेता), बुद्धा फार्मेसी कालेज के सभी विधाओ मे टॉपर अब्दुल समद, बुद्धा पॉलीटेक्निक कालेज के सभी विधाओ मे टॉपर श्रीराम विश्वकर्मा एवं अभिषेक कुमार, को सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने पर बुद्धा ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन की तरफ से मुख्य अतिथि ने स्वर्ण पदक प्रदान किया। कार्यक्रम शुभाम्भ में कालेज की छात्राओं द्वारा सरस्वती वन्दना व स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में निदेशक प्रशासन दीपक अग्रवाल, निदेशक एच0आर0 संतोष त्रिपाठी, निदेशक बी0आई0टी0 डॉ0 अरविन्द पाण्डेय, निदेशक फार्मेसी डा0 आशीष सिंह, निदेशक बी0पी0सी0 अभिनव कुमार श्रीवास्तव, निदेशक बी0डी0सी डॉ0 अभिषेक त्रिपाठी, डॉ0 डी0के0 द्विवेदी, प्रो0 बी0के0 श्रीवास्तव, ई0 मनीष जयसवाल, डा0 सुधीर अग्रवाल, ई0 नरेन्द्र चौरसिया, डॉ0 लतेन्द्र श्रीवास्तव, डॉ0 अंशु दिवेद्वी, विजयकान्त यादव सहित कालेज के सभी शिक्षकगण, कर्मचारीगण व मीडिया के लोग उपस्थित थे।
बुद्धा इंन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नालाजी, बुद्धा पॉलीटेक्निक कालेज, बुद्धा फार्मेसी कालेज के दीक्षान्त उपाधि वितरण समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि पदमश्री प्रो0 विश्वनाथ तिवारी ने कहा कि छात्र-छात्राओं का सर्वांगीण विकास करना तथा गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करना प्रत्येक शिक्षण संस्थान (विशेष तौर पर तकनीकी शिक्षण संस्थान) का धर्म है। गुणवत्ता को बढ़ावा दिये बगैर हम वैश्विक स्तर पर टिक नहीं सकते हैं। शिक्षण संस्थायें, शासन एवं प्रशासन तीनों, समाज के प्रति जवाबदेह हैं। अतः शिक्षण संस्थाओं को साधन सम्पन्न बनाया जाय, योग्य, निष्ठावान, दक्ष एवं कर्तव्यनिष्ठ शिक्षक नियुक्त हों (जैसा कि यहां पर है), छात्र कल्याण की योजनायें चलाई जायें तथा शोध एवं शिक्षण स्तर को बनाये रखने के लिये संस्थागत ढांचा निर्माण किये जायें। इनके साथ-साथ स्नातकों की नियुक्ति सुनिश्चित करने के लिये परिसर साक्षात्कार कराये जायें। महानुभावों, राष्ट्र के पुनर्निमाण के लिये महिला शिक्षा आवश्यक है। महिला शक्ति की सजीव प्रतिमा है, ज्ञान संस्कार एवं समृद्धि प्रदायनी है। आज की बालिकायें भविष्य की मातायें एवं जननी हैं। वे देश के निर्माण में अग्रणी बनेंगी अतः उन्हें आदर सम्मान एवं सुरक्षा मिलनी चाहिये। यह अत्यन्त सुखद एवं प्रेरक स्थिति है कि आज की बालिकाओं में तकनीकी शिक्षा के प्रति आकर्षण बढ़ा है तथा इस दिशा में उन्होंने महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं। राष्ट्र निर्माण की कोई भी योजना महिलाओं के भागीदारी के बिना अधूरी एवं अपूर्ण रहेगी। जीवन के जिस क्षेत्र में आप जा रहे हैं, वहाँ पर समाज व राष्ट्र को सामर्थ्यशाली बनाने के लिये आप को सक्रिय भूमिका निभानी होगी। आप टेक्नोक्रेट्स हैं। टेक्नोक्रेट्स राष्ट्र का निर्माता होता है। राष्ट्र निर्माण आप के हाथों में है। आप जैसा चाहे राष्ट्र को वैसा बना सकते हैं। जीवन के क्षेत्र में आप को नयी-नयी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। चुनौतियाँ आप को कार्य करने के लिये नये-नये अवसर प्रदान करेंगी। धीरे-धीरे अवसर आप को दृष्टि प्रदान करेंगे। दृष्टि को वास्तविक रूप में परिणत करना, यद्यपि आसान तो नहीं है लेकिन बदलना तो आप को ही है। मुझे विश्वास है कि आप अपनी प्रमाणिकता, कर्मठता, ईमानदारी व कठिन परिश्रम से दृष्टि को वास्तविक रूप में परिणत कर सकते हैं और राष्ट्र को उच्चतम शिखर पर ले जा सकते हैं। उन्होंने सफल जीवन के लिए पाँच पाठों का सार बताया जो इस प्रकार है- (1) कठिन परिश्रम, (2) कठिन परिश्रम उद्देश्यों की पूर्ति के लिए, (3) कठिन परिश्रम उद्देश्यों की पूर्ति के लिए पवित्र भाव से करना, (4) सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ पवित्र भाव से उद्देश्यों की पूर्ति हेतु कठिन परिश्रम करना एवम् (5) हर समय और हर उम्र में सीखने के लिए अपने को तैयार रखना। मुझे पूरा विश्वास है कि यदि आप अपने जीवन में इन पाँचों पाठों का ध्यान ठीक से रखेंगे तो अपने कार्यक्षेत्र में अवश्य सफल होंगे। भविष्य के लिये सुनहरे सपने देखना स्वाभाविक है। महत्वाकांक्षी अवश्य बनें परन्तु अपने सपनों को साकार करने के लिये अपनी क्षमता, अपनी प्रकृति एवं अपने सामर्थ्य के अनुरुप मन-मस्तिष्क को तैयार करें। आने वाला समय चुनौतियों से भरा होगा। सीमित अवसर, संकीर्ण मानसिकतायें अवरोध खड़ा कर सकती हैं। आप अपने ज्ञान, अपने संस्कार, अपने विवेक से सभी अवरोधों को समाप्त कर सकेंगे ऐसा मेरा विश्वास है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए निदेशक ने अतिथियों का परिचय उपस्थित सदन से कराते हुए सभी उपाधि ग्रहण करने वाले अभ्यर्थियों को शपथ दिलवाया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संस्थान के चेयरमैन डॉ0 आर0ए0 अग्रवाल ने कहा कि यह संस्थान भारत का सर्वश्रेष्ठ तकनीकि संस्थान बने व हमारे संस्थान के छात्र विश्व के कोने-कोने में दिखायी दें ऐसा हमारा व हमारी सोसाइटी का सपना है। इस सपने को साकार करने के लिए हम सभी लोग (शिक्षक $ प्रबन्धन $ कर्मचारी $ छात्र-छात्राएँ) अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देंगे। बुद्धा इंन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नालाजी मे समस्त विधाओ के टॉपर ऋशभ तिवारी, एम0टेक0 मे सभी विधाओ की टॉपर कुमारी रीतिका (डा0ए0के0टी0यू0 लखनऊ की (तृतीय स्थान) कास्य पदक विजेता), बुद्धा फार्मेसी कालेज के सभी विधाओ मे टॉपर अब्दुल समद, बुद्धा पॉलीटेक्निक कालेज के सभी विधाओ मे टॉपर श्रीराम विश्वकर्मा एवं अभिषेक कुमार, को सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने पर बुद्धा ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन की तरफ से मुख्य अतिथि ने स्वर्ण पदक प्रदान किया। कार्यक्रम शुभाम्भ में कालेज की छात्राओं द्वारा सरस्वती वन्दना व स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में निदेशक प्रशासन दीपक अग्रवाल, निदेशक एच0आर0 संतोष त्रिपाठी, निदेशक बी0आई0टी0 डॉ0 अरविन्द पाण्डेय, निदेशक फार्मेसी डा0 आशीष सिंह, निदेशक बी0पी0सी0 अभिनव कुमार श्रीवास्तव, निदेशक बी0डी0सी डॉ0 अभिषेक त्रिपाठी, डॉ0 डी0के0 द्विवेदी, प्रो0 बी0के0 श्रीवास्तव, ई0 मनीष जयसवाल, डा0 सुधीर अग्रवाल, ई0 नरेन्द्र चौरसिया, डॉ0 लतेन्द्र श्रीवास्तव, डॉ0 अंशु दिवेद्वी, विजयकान्त यादव सहित कालेज के सभी शिक्षकगण, कर्मचारीगण व मीडिया के लोग उपस्थित थे।
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