भगवान की कथा हमारे आपके जीवन में बहुत महत्व रखती है:आचार्य धीरज कृष्ण शास्त्री
श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन सती के चरित्र का हुआ बड़ा ही मार्मिक वर्णन
भगवान की कथा हमारे आपके जीवन में बहुत महत्व रखती है:आचार्य धीरज कृष्ण शास्त्री
कौङीराम। बघराई में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन बुधवार को अवध धाम से पधारे हुए आचार्य धीरज कृष्ण जी महाराज ने दिव्य कथा के गायन करते हुए सती के चरित्र का बड़ा ही मार्मिक वर्णन करते हुए यह बताया कि भगवान की कथा हमारे आपके जीवन में बहुत महत्व रखती है। कथा ना सुनने का परिणाम सती जी के जीवन पर इस प्रकार पड़ गया की उन्हें एक और जन्म पार्वती के रूप में लेना पड़ा। कथा का ऐसा दिव्य और सुंदर भाव महाराज जी ने प्रस्तुत किया साथ ही साथ कथा के अन्य प्रसंग में भी श्रोताओं को भाव विभोर करते हुए। भक्त ध्रुव के चरित्र की भी अद्भुत और अलौकिक कथा सुनाया। ध्रुव के चरित्र के प्रसंग से आचार्य जी ने बताया कि भगवान को पाने के लिए किसी उम्र की जरूरत नहीं होती है भगवान की भक्ति तो केवल और केवल भक्ति से प्राप्त होती है जो की ध्रुव जी ने महज 5 वर्ष की आयु में ही भगवान को प्रकट करके हम सभी सांसारियों को भगवान के इस अन्य करुणा का दर्शन करा दिया कि भगवान कितने करुणा सागर हैं कितने भक्त वत्सल हैं। कथा को श्रोताओं ने श्रवण किया और भाव विभोर होकर के भूरी भूरी महाराज जी की सराहना भी की। कथा श्रवण में मुख्य यजमान दुर्गविजय राय सरस्वती राय, रामसागर राय, प्रेम सागर राय, अजित राय, मनिष राय सहित सभी ग्रामवासियो ने कथा का रसपान किया।
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