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    कोर्ट से स्टे के बावजूद गोरखनाथ पुलिस विवादित जमीन से हटवा रही है कब्जा*

    *गोरखनाथ पुलिस तक नही पहुंच रहा सीएम योगी का फरमान*

    *विवादित जमीनों के मामले में बिना राजस्व टीम के कर रही कार्यवाही*

    *कोर्ट से स्टे के बावजूद गोरखनाथ पुलिस विवादित जमीन से हटवा रही है कब्जा*

    *पुराना गोरखपुर गोरखनाथ का है मामला*

    *करोड़ों रुपए की संपत्ति होने के बावजूद छप्पर में रह रहा है परिवार*

    *जल्दी ही मुख्यमंत्री से जनता दरबार में मिलकर तीन बहने लगाएगी न्याय की गुहार*

    *महिला शशक्तिकरण की उड़ाई जा रही धज्जियां*




    गोरखपुर । आमजनों, गरीबो और बेसहारा लोगों की सरकार के मुखिया के शहर में गरीबो को उजाड़ने का खेल चल रहा है हालांकि पिछले दिनों ही अपने प्रवास के दौरान सीएम योगी ने कहा था कि विवादित जमीनों के मामले में पुलिस और राजस्व विभाग मिलकर काम करेंगे लेकिन पूरे प्रदेश को छोड़िए शायद सीएम आवास से बिल्कुल नज़दीक के थाना गोरखनाथ तक सीएम की आवाज़ नही पहुंच पायी।
    मामला पुराना गोरखपुर थाना गोरखनाथ का है जहां स्थानीय पुलिस द्वारा अतिक्रमण हटाने के नाम पर विवादित भूमि से कब्जदारों को हटाने का कार्य किया जा रहा है पीड़ित ने इसकी शिकायत गोरखनाथ थाने पर की लेकिन पुलिस सुनने को तैयार नहीं है।

    जानकारी के मुताबिक पुराना गोरखपुर गोरखनाथ के पास बेसकीमती जमीन पर बरसों से दबंग की निगाह थी । पहले यह जमीन बगीचे की शक्ल में थी इसके रखरखाव के नाम पर इसे लिया गया और धोखाधड़ी करके इस कीमती जमीन पर अपना नाम चढ़ा लिया जब इसकी जानकारी स्वर्गीय हमीदुल्लाह को हुई तो उन्होंने न्यायालय में गुहार लगाई । सन 1986 से यह मामला न्यायालय में चल रहा है स्वर्गीय हमीदुल्लाह की बेटी अनवरी बेगम ने बताया कि हमारे पिता के नाम से जमीन है वर्षों से इस जमीन पर निगाह गड़ाए हुए मकसूद अहमद व मकबूल अहमद ने मेरे पिता से बगीचे की रखवाली का जिम्मा लिया और धोखाधड़ी करके उसे जमीन को अपने नाम चढ़वा लिया । मेरे पिता की मौत के बाद बगीचे में लगे सभी पेड़ को कटवा कर उसे परती कर दिया गया। पिता की मौत के बाद मेरे भाई की भी मौत हो गई अब हम तीन बहने बची हुई हैं जिन्हें भी दबंग उजाड़ना चाहते हैं करोड़ों की संपत्ति होने के बावजूद भी छप्पर में जीवन गुर्जर करने के लिए मजबूर हैं आए दिन दबंग गुंडे और पुलिस को भेज कर हमें उजाड़ने की धमकी देते रहते हैं।
    *इस संबंध में गोरखनाथ थाना प्रभारी अरविंद सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गोरखनाथ क्षेत्र में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है इस क्षेत्र में खुले में मांस मछली की बिक्री पर रोक है उसी की दृष्टिगत रखते हुए हटाया जा रहा है।*
    जबकि जिस भूमि से पुलिस अतिक्रमण हटाने की बात कर रही है ना तो वह जमीन सार्वजनिक है ना सड़क पर दुकानें हैं वह निजी संपत्ति है आखिर पुलिस किसके इशारे पर वहां से अतिक्रमण के नाम पर कब्जा हटाने का कार्य कर रही है यह जांच का विषय है।

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