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    गगहा।मनमानी रेट पर बिक रही है खाद

    मनमाने रेट पर बिक रही खाद कोई रेट बोर्ड नहीं 

    हर बोरी खाद पर जिंक लेना अनिवार्य

      गगहा गोरखपुर बांसगांव संदेश।विकास खंड गगहा क्षेत्र में इन दिनों युरिया खाद लेने के लिए किसानों को जेब ढीली करनी पड़ रही है।270 की बिकने वाली युरिया 400 प्रति बोरी तक बेची जा रही है किसानों को खाद के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है फिर उन्हें मनमाने रेट पर युरिया लेने के लिए विवश होना पड़ रहा है अगर किसी किसान ने विरोध जताया तो उसे खाद देने से ही मना कर दिया जाता है। सरकार द्वारा संचालित साधन सहकारी समिति पर खाद लेने के लिए पूरे दिन लाइन मे लगकर इन्तजार करना पड़ता है वह भी मिलेगी या नहीं कोई गारंटी नहीं क्योंकि वहां खाद आते ही दो घंटे में पूरी खाद का वितरण हो जाता है।
    अतायर निवासी किसान राजेश पाण्डेय ने बताया की जब साधन सहकारी समिति पर खाद लेने पहुंचा तो पता चला खाद ही नहीं है फिर दुकानों पर पहुंचा तो वहां जिंक के साथ 360 रु जिंक नहीं लेने पर 400 रुपए प्रति बोरी देने के लिए कहा आखिकार 380 रु प्रति बोरी खाद लेनी पड़ी यह किसानों के साथ सरासर अन्याय है।
    बड़गो निवासी कृष्ण कुमार तिवारी ने कहा कि बड़गो चौराहे पर धड़ल्ले से 380 से लेकर 400 रु प्रति बोरी युरिया बेची जा रही है विरोध करने पर दुकानदार भी जिले के अधिकारियों को दोषी ठहराते हैं की अधिक रेट लेकर खाद दी जाती है और जिंक अलग से दे दिया जा रहा है ऐसे में सारी लागत प्रति बोरी हम लोग रखकर बेचते हैं।ऐसे में दुकानों व अधिकारियों के बीच में किसान पिसता चला जा रहा है और सरकार किसानों की आय दोगुना करने की बात कहतीं हैं ऐसे में लागत निकालना मुश्किल हो जाएगा।
    गरयाकोल निवासी ज्वाला तिवारी ने कहा की डीजल महंगा होने से किसानों की जुताई और सिंचाई महंगी हो गयी और सीजन में पहले डी ए पी के लिए मारामारी अब युरिया के लिए मारामारी जिसका लाभ दुकान दार खूब उठा रहें हैं 270 की युरिया400रु में धड़ल्ले से बिक रही है गेहूं की सिंचाई चल रही है, किसानों को युरिया की सख्त जरूरत है। क्षेत्र के किसान रमेश तिवारी, अनिल यादव, कृष्ण मुरारी पाण्डेय, नरसिंह यादव,राधे राय,हरीश तिवारी आदि किसानों ने कहा की किसानों की सुधि लेने वाला कोई नहीं है।  बुवाई के समय में खाद की किल्लत , सिंचाई के समय नाली विहीन नलकूप, नहरों में पानी ही नहीं ऐसे में खेती करना किसानों के लिए टेढ़ी खीर बना हुआ है।

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