किसानों की फसल बर्बाद कर रहे है छुट्टा पशु किसान हो रहे हैं परेशान
गोला गोरखपुर ।बांसगांव संदेश। गोला क्षेत्र के किसान छुट्टा पशुओं से काफी परेशान हैं। किसानों के परेशानी का आलम यह है कि दिन रात छूट्टा पशुओं से अपनी फसल को बचाने में पसीना छूट रहा है।
बताते चले कि क्षेत्र के किसान नवम्बर माह में अपने खेतों को तैयार कर रवि की बुआई कर दिए हैं। खेत में लहलहाती गेंहू के पौधों की एक तरफ सिचाई हो रही है। तो दूसरी तरफ छूट्टा पशु झुंड बना कर चरे जा रहे हैं। फसल अभी पच्चीस से तीस दिन की है। इस कारण जड़ से उखड़ जा रही है। जिसके चलते किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।गोला क्षेत्र के रानीपुर बर्राह ककरही, पड़ौली, पटौहां, चिलवां, कोहरा बुजुर्ग, लगुनही, पड़ैनिया, मफी, भरसी, डाड़ी, गंगवल आदि गांवों में यह आवारा पशु घुम रहे हैं। ककरही के पदमाकर शुक्ला शुभम मणि त्रिपाठी, पड़ौली के सौरभ पाण्डेय, श्यामराज चौरसिया,पटौहां के संजित दूबे, भरसी के राजकुमार मिश्रा, उमाशंकर मिश्र, गंगवल से सुबाष पाण्डेय आदि का कहना है कि सरकार द्वारा बड़े बड़े पशु संरक्षण गृह बनाया गया है। लेकिन पशुपालक अपने बछड़ो को रात में अपने घर से लाकर दूसरे सिंवान में छोड़ दे रहे हैं। जिसका खामियाजा गरीब किसानों को भुगतना पड़ रहा है।यहां के स्थानीय किसान अरूण कुमार
राय, राज कुमार मिश्र कहते हैं कि इस समय खेती करना बहुत महंगा पड़ रहा है। जुताई, खाद- बीज और पानी चलाने में किसानों की हालत खराब हो जा रही है। किसी तरह ब्यवस्था करके किसान अपने खेत की बुआई कर रहा है। लेकिन आवारा पशु उनकी गाढ़ी कमाई पर पलिता लगा रहे हैं। जिसके चलते क्षेत्र के किसानों में भारी आक्रोश ब्याप्त है.
राय, राज कुमार मिश्र कहते हैं कि इस समय खेती करना बहुत महंगा पड़ रहा है। जुताई, खाद- बीज और पानी चलाने में किसानों की हालत खराब हो जा रही है। किसी तरह ब्यवस्था करके किसान अपने खेत की बुआई कर रहा है। लेकिन आवारा पशु उनकी गाढ़ी कमाई पर पलिता लगा रहे हैं। जिसके चलते क्षेत्र के किसानों में भारी आक्रोश ब्याप्त है.
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