बाजार और निवेशकों के द्वारा ही होगा नए विचारों का मूल्यांकन
*बाज़ारऔर निवेशकों के द्वारा ही होगा नए विचारों का मूल्यांकन*
संस्थान के द्वारा समय-समय पर इनक्यूबेशन सेंटर व विद्यार्थियों के लिए विशेषज्ञों के व्याख्यान का भी आयोजन होता रहता हैं। इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया, सचिव श्याम बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया, संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल, आईआईसी के समन्यवक डॉ खालिद हसन, डॉ मनोज कुमार मिश्रा, विनीत राय, प्रदीप कुमार चौधरी, शशि प्रकाश राय, संचित खरे, सिद्धार्थ सहित कई लोग मौजूद रहे |
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश। इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट गीडा, गोरखपुर मे डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय के इनोवेशन हब के द्वारा जोनल लेवल का एक इनक्यूबेटर कार्यशाला का आयोजन किया गया | इस कार्यशाला मे एकेटीयू से सम्बद्ध बुद्धा इंजीनियरिंग कॉलेज, केआईपीएम, बी आर डी मेडिकल कॉलेज, ताहिरा इंस्टिट्यूट, आचार्य नरेन्द्रदेव फार्मेसी कॉलेज गोण्डा सहित कई तकनीकी, प्रबंधन एवं फार्मेसी के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया | कार्यशाला के शुरुआत मे एकेटीयू इनोवेशन हब सेंटर के प्रमुख महीप सिंह ने आईटीएम मे स्थापित इनोवेशन प्रयोगशाला का अवलोकन किया उसके बाद कार्यशाला मे उपस्थित प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज के समय मे छात्रों को पढ़ाई के साथ साथ नवाचार के माध्यम से उद्यमी बनाने के लिए संस्थानों को अपने परिसर मे इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित करना होगा और यह जल्द ही सभी संस्थानों के लिए अनिवार्य हो जायेगा | उन्होंने स्टार्टअप, इन्क्यूबेशन सेंटर और इनोवेशन से सम्बंधित नीतियों, बुनियादी ढांचे का निर्माण, वित्त पोषण और वित्तीय विफलताएं, पंजीकरण प्रकिया पर विस्तार से चर्चा किया साथ ही उन्होंने कहा कि छात्रों को मार्गदर्शन करने और नए विचारों के साथ प्रयोग करने और सामाजिक चेतना लाने के लिए कौशल की आवश्यकता है। उन्होंने महसूस किया कि स्टार्टअप की समस्या उत्पाद विकास के बाद है जहां उद्यमी उचित व्यावसायीकरण करने में सक्षम नहीं हैं।उन्होंने यह भी सलाह दी कि राज्य में सही स्टार्टअप संस्कृति विकसित करने के लिए उद्योग और शिक्षाविदों के बीच अधिक सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने छात्रों से संवाद करते हुए नवाचार एवं उद्यमिता से जुड़े हुए कई चीज़ो पर जानकारी दिए | कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संस्थान के निदेशक डॉ एन के सिंह मे मुख्य वक्ता और विभिन्न संस्थानो से आये हुए प्रतिनिधियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि
हमारे संस्थान मे अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त बेहतर लैब है, इसका इस्तेमाल छात्रों द्वारा अपने प्रोजेक्ट के लिए किया जाता हैं। हम विद्यार्थियों या शिक्षकों के अच्छे आइडिया को बिजनेस रूप देने पे पूरा जोर दे रहे हैं और विश्वविद्यालय के द्वारा जारी किये गये निर्देश का अक्षरशः पालन किया जायेगा और साथ ही जिसे जरूरत होगी, उसकी मेंटरशिप भी करेंगे।
संस्थान के द्वारा समय-समय पर इनक्यूबेशन सेंटर व विद्यार्थियों के लिए विशेषज्ञों के व्याख्यान का भी आयोजन होता रहता हैं। इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया, सचिव श्याम बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया, संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल, आईआईसी के समन्यवक डॉ खालिद हसन, डॉ मनोज कुमार मिश्रा, विनीत राय, प्रदीप कुमार चौधरी, शशि प्रकाश राय, संचित खरे, सिद्धार्थ सहित कई लोग मौजूद रहे |
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