योगी आदित्यनाथ के जीवन अवतरण से वर्तमान तक के सफर पर लिखी पुस्तक -सुनील कुमार मिश्रा
योगी आदित्यनाथ के जीवन अवतरण से वर्तमान तक के सफर पर लिखी पुस्तक- सुनील कुमार मिश्रा
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश ।उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के जीवन अवतरण से वर्तमान तक के सफर को डॉ सुनील कुमार मिश्रा ने अपनी पुस्तक में समाहित करने का प्रयास किया है, इस पुस्तक में नौ अध्याय है और प्रत्येक अध्याय अपने आप में महत्वपूर्ण है , प्रथम अध्याय के कुछ बिंदुओं को साझा किया जा रहा है जिसमे उनके बाल्यकाल से तपस्वी बनने तक का सफरनामा संग्रहित है और इसके बाद एक तपस्वी का समाज सेवा के क्षेत्र में समाज और देश के निर्माण हेतु आगमन होता है और उस दौर के राजनीति को जागृति करने का कार्य पूज्य महाराज जी ने किया और सभी धर्मो,जातियों के लोगो के लिए दिल खोल कर कार्य किया जा रहा है, और उनके पास कोई न अमीर है न कोई गरीब है, जो भी जिस भाव से आया उसकी सर्वथा विधि के दायरे में सहायता की गई और जब भी देश के लिए जरूरत पड़ी तो उन्होंने अपना सर्वोच्च योगदान दिया। एक तपस्वी जब प्रदेश का मुखिया बने तब प्रदेश कई तरह की समस्यायों से घिरा हुआ था,और बेरोजगारी बढ़ रही थी और अभी कुछ समय बीता ही था की इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदी कोविद नाइंटीन का भी सामना हुआ। इन सब हालातों से लड़ते हुए योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बहुत कम समय में उत्तर प्रदेश देश विदेश में एक अलग मुकाम और पाचन स्थापित किया। आज पूरे भारतवर्ष में कानून व्यवस्था का जिक्र होता है तो यूपी का नाम लिया जाता है की कैसे महाराज जी ने यूपी जैसे राज्य में कानून का राज कायम कर दिया,और सभी प्रमुखता से बुलडोजर नीति का जिक्र करते है, इसके साथ ही महिला सशक्तिकरण,पिंक बूथ, पुलिस कार्य प्रणाली, तथा इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट,निवेश के नए मार्गो को प्रशस्त करना यह सब महाराज जी के कुशल नेतृत्व में ही संभव था, पूर्वांचल से मस्तिष्क ज्वर को समाप्त कर देना या उन महिलाओं के लिए वरदान बना जिनके नौनिहाल कम आयु में ही काल के गाल में समा जाते थे, आज उनकी दुवाए भी राज्य सरकार को मिल रही है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में उद्यमियों के लिए ईजी डूइंग आफ बिजनेस मॉडल लाया गया, सिंगल विंडो सिस्टम, निवेश मित्र,आनलाइन आवंटन, फीडबैक,रोजगार,विश्विद्यालयों को फैक्ट्रियों से जोड़ा गया, जिससे निवेश बढ़ा और रोजगार भी बढ़ा तथा छात्रों को अध्ययन के समय में ही तकनीकी बारीकियों का ज्ञान हुआ और उन्हे भी नौकरी पाने और खुद का उद्यम लगाने में सक्षमता मिली। प्रदेश में सभी लोगो को स्किल डेवलपमेंट, के तहत प्रशिक्षण मुहैया कराया गया और इसके तहत ही ओपी ओडी की शुरुवात भी हुई जो सफल रही। पिछले सात वर्षो में यूपी की तस्वीर बदल गई और आज अपना यूपी महाराज जी के कुशल नेतृत्व में नया इतिहास बनाने की ओर अग्रसर है।
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