पीपीगंज में बंद पड़े पुराने रेलवे गेट के परिसर में खुलेआम बिक रहा मांस और मछली
पीपीगंज में बंद पड़े पुराने रेलवे गेट के परिसर में खुलेआम बिक रहा मांस और मछली
कैम्पियरगंज ब्यूरो गोरखपुर। बॉसगांव संदेश।पीपीगंज में बंद पड़े पुराने रेलवे गेट के परिसर मे अवैध मांस और मछली विक्रेता सरकार के दिशा निर्देशों का पालन नही करते है।
जबकि सरकार का सख्त निर्देश है कि खुले में मांस नही बेच सकते है। जबकि इसका उल्लघंन करने वाले पर कानूनी कार्यवाही की जाती है।लेकिन पीपीगंज के मांस विक्रेता इसका पालन नही करते है। कुछ विक्रेता दिखावे के तौर पर पालन करते है। ये विक्रेता किसकी सह पर शासन के आदेशों का पालन नही करते है। आखिर इन्हे कौन देता है पनाह ये तो सबसे बड़ा सवाल है। वही कुछ राहगीरों ने बताया कि मीट मछली के दुकानदार खुले में बेचते है इन पर कभी कार्यवाही नही होती है। और मीट लेने आए ग्राहकों ने बताया कि इनके पास साफ सफाई का कोई बंदोबस्त नही होता है और हम लोगो को मजबूरी मे लेना पड़ता है।कुछ अस्थाई लोगों ने बताया कि आरपीएफ, जीआरपी के लोगों के मिली भगत से यह धंधा जोरो से फल फूल रहा है। और उनके साथ ही स्थानीय लोगों के सह पर इनके हौसले इतने बुलंद है कि शासन का आदेश इन पर असर नहीं करता है। रेल एक्ट के तहत जुर्माने के प्रावधान कम होने के कारण इन पर कार्यवाही का असर नहीं पड़ता है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि रेल कर्मचारियों के मिली भगत के कारण इन पर कार्रवाई नहीं होती है। अगर होती है तो कुछ दुकानदारों पर ही बाकी सभी दुकानदार खुलेआम बिक्री करते हुए देखा जा सकता है। इस संबंध में दूरभाष पर रेल अधिकारियों का कहना है मौके पर किसी भी व्यक्ति के द्वारा मांस मछली की बिक्री की जा रही है तो रेल एक्ट के तहत करवाई किया जाएगा। अब देखना यह है कि इन विक्रेताओं पर कार्यवाही कब होती है या फिर मामले को मैनेज का खेल खेला जाएगा।
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