दो दिवसीय आईपीएम ओरियेंटेशन कार्यक्रम भी दूसरे चरण का शुभारंभ
दो दिवसीय आईपीएम ओरियेंटेशन कार्यक्रमभी दूसरे चरण का शुभारंभ।
केंद्र के वैज्ञानिक जटाशंकर पाण्डेय व वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी पूनम वर्मा ने केंद्र द्वारा उत्पादित विभिन्न जैव करकों के विषय में विस्तृत जानकारी दी।इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में संतोष कुमार, जय प्रकाश सिंह, अजय प्रकाश, सचिन सिंह, प्रगतिशील किसान लाला सिंह, रामदवन, विश्वनाथ, सरजू सहित दर्जनों किसान उपस्थित रहे।
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अधीन वनस्पती संरक्षण, संगरोधक एवं संग्रह निदेशालय के तत्वाधान में जैविक भवन केंद्र गुरौली गोरखपुर में आई पी एम पर दो दिवसीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे चरण का शुभारंभ l उप कृषि निदेशक अरविन्द कुमार सिंह द्वारा द्वीप प्रज्वलित करके किया गया। कार्यक्रम के तकनीकी सत्र की शुभारंभ केंद्र के सहायक निदेशक अतुल कुमार सिन्हा द्वारा आई पी एम पर चर्चा करके किया गया। केंद्र के प्रभारी अधिकारी राजेंद्र कुमार द्वारा मित्र कीट व शत्रु कीट के पहचान एवं उसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला गया। प्रशिक्षण में केंद्र के वैज्ञानिक डा. बसवराज कुंबार ने कीटनाशकों का मनुष्य पर होने वाले दुष्प्रभाव के विषय में जानकारी दी। केंद्र की वैज्ञानिक लेखाश्री द्वारा ट्राईकोडेर्मा के उत्पादन एवं इसके प्रयोग के विषय में विस्तृत जानकारी किसानों को दी गई।इस कार्यक्रम के दौरान वैज्ञानिक कुमारी जयंती ने क़ृषि पारस्थितकी तंत्र के विषय में बताया साथ ही साथ राज्य सरकार के कर्मचारियों व कीटनाशक डीलरों एवं प्रगीतिशील किसान के साथ गेहूं एवं सरसों के खेतो में जाकर मित्र एवं शत्रु कीटो की पहचान करवाई। केंद्र के वैज्ञानिक मोनल कुमार सिंह ने आई पी एम एवं इसके घटकों के महत्त्व पर प्रकाश डाला. केंद्र की वैज्ञानिक श्वेता श्री ने विभिन्न कीटों से होने वाले नुकसान एवं उसके प्रबंधन पर चर्चा की।
केंद्र के वैज्ञानिक जटाशंकर पाण्डेय व वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी पूनम वर्मा ने केंद्र द्वारा उत्पादित विभिन्न जैव करकों के विषय में विस्तृत जानकारी दी।इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में संतोष कुमार, जय प्रकाश सिंह, अजय प्रकाश, सचिन सिंह, प्रगतिशील किसान लाला सिंह, रामदवन, विश्वनाथ, सरजू सहित दर्जनों किसान उपस्थित रहे।
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