Header Ads

ad728
  • Breaking News

    डिजिटल युग में ड्रोन की कृषि क्षेत्र में बताई उपयोगिता:आकांक्षा

    डिजिटल युग में ड्रोन की कृषि क्षेत्र में बताई उपयोगिता:आकांक्षा 

    वर्तमान में कृषि कीट विज्ञान पर कर रही शोध-आकांक्षा

    कृषि क्षेत्र में डिजिटल तकनीक के बीच ड्रोन प्रौद्योगिकी का महत्वपूर्ण स्थान है-आकांक्षा

             कृषि कीट विज्ञान शोध छात्रा आकांक्षा

    कौडीराम गोरखपुर। जनपद की दक्षिणांचल क्षेत्र बरहथा बड़हलगंज की निवासी सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रद्योगिकी विश्वविद्यालय मोदीपुरम,मेरठ की कृषि कीट विज्ञान की शोध छात्रा आकांक्षा ने कृषि में ड्रोन प्रौद्योगिकी की भूमिका के बारे में लोगों को अवगत कराया।
    कीट पतंगों और अनेक तरह की बीमारी जो फसलों पर लगती है ड्रोन के माध्यम से इसका कैसे छिड़काव किया जाए उससे लोगों को अवगत कराई।
    आजकल कृषि क्षेत्र में डिजिटल तकनीक का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है और इसमें ड्रोन प्रौद्योगिकी का महत्वपूर्ण स्थान है। ड्रोन के उपयोग से किसानों को कृषि क्षेत्र में नए अवसर मिल रहे हैं। ड्रोन प्रौद्योगिकी के माध्यम से वे फसलों की समीक्षा कर सकते हैं, खेतों की निरीक्षण कर सकते हैं, और उन्हें नियंत्रित कर सकते हैं।
    ड्रोन प्रौद्योगिकी के उपयोग से किसानों को कई लाभ हो रहे हैं। पहले तो, ड्रोन के माध्यम से वे किसी भी समय में अपने खेतों की स्थिति का निरीक्षण कर सकते हैं, जिससे उन्हें समय पर किसी भी संकट का सामना करने में मदद मिलती है। दूसरे, ड्रोन के सहायता से उन्हें कृषि उपकरणों की निरीक्षण और निर्देशन की सुविधा मिलती है। तीसरे, ड्रोन प्रौद्योगिकी के उपयोग से किसान उच्च उत्पादकता और उत्पादकता में वृद्धि देख सकते हैं।
    कृषि मंत्रालय ने भी ड्रोन प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं। जैसे की ड्रोन दीदी योजना इस योजना के माध्यम से देश के महिलाओं को आत्मनिर्भर और मजबूत बनाया  जाएगा।  इस योजना के माध्यम से खेतिहर महिलाओं की आय में वृद्धि आएगी ।इस योजना के माध्यम से स्वयं सहायता समूह की 15000 से अधिक महिलाओं को लाभ दिया जाएगा। इस योजना के माध्यम से महिलाओं को 15 दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी। महिलाएं ड्रोन उड़ा कर फसलों में कीटनाशक छिड़काव कर आत्मनिर्भर बन सकेंगी। साथ ही इस योजना के तहत महिलाओं को ड्रोन उड़ाने पर ₹15000 प्रति महीना दिया जाएगा।इसके तहत, किसानों को सस्ते दर पर ड्रोन प्रौद्योगिकी के लिए ट्रेनिंग प्रदान की जा रही है। साथ ही, उन्हें अनुदान और सब्सिडी की भी प्रदान की जा रही है ताकि उन्हें ड्रोन प्रौद्योगिकी के उपयोग में कोई संकट न आए।
    ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग कृषि क्षेत्र में विशेष रूप से सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, विनियामक नियंत्रण, और संग्रहण तकनीकियों में हो रहा है। यह नया क्रांति कृषि क्षेत्र में नई ऊर्जा का स्रोत बन सकता है और आगे बढ़ते समय में यह कृषि उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान कर सकता है।
    अगले कुछ वर्षों में, ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग कृषि सेक्टर में और भी व्यापक होने की संभावना है। इससे किसानों की आय और उत्पादनता में वृद्धि होने की संभावना है और साथ ही खेती के स्तर पर पर्यावरण को भी संरक्षण मिलेगा।
    कृषि में ड्रोन प्रौद्योगिकी की भूमिका
    आजकल कृषि क्षेत्र में डिजिटल तकनीक का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है और इसमें ड्रोन प्रौद्योगिकी का महत्वपूर्ण स्थान है। ड्रोन के उपयोग से किसानों को कृषि क्षेत्र में नए अवसर मिल रहे हैं। ड्रोन प्रौद्योगिकी के माध्यम से वे फसलों की समीक्षा कर सकते हैं, खेतों की निरीक्षण कर सकते हैं, और उन्हें नियंत्रित कर सकते हैं।
    ड्रोन प्रौद्योगिकी के उपयोग से किसानों को कई लाभ हो रहे हैं। पहले तो, ड्रोन के माध्यम से वे किसी भी समय में अपने खेतों की स्थिति का निरीक्षण कर सकते हैं, जिससे उन्हें समय पर किसी भी संकट का सामना करने में मदद मिलती है। दूसरे, ड्रोन के सहायता से उन्हें कृषि उपकरणों की निरीक्षण और निर्देशन की सुविधा मिलती है। तीसरे, ड्रोन प्रौद्योगिकी के उपयोग से किसान उच्च उत्पादकता और उत्पादकता में वृद्धि देख सकते हैं।
    कृषि मंत्रालय ने भी ड्रोन प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं। इसके तहत, किसानों को सस्ते दर पर ड्रोन प्रौद्योगिकी के लिए ट्रेनिंग प्रदान की जा रही है। साथ ही, उन्हें अनुदान और सब्सिडी की भी प्रदान की जा रही है ताकि उन्हें ड्रोन प्रौद्योगिकी के उपयोग में कोई संकट न आए।
    ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग कृषि क्षेत्र में विशेष रूप से सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, विनियामक नियंत्रण, और संग्रहण तकनीकियों में हो रहा है। यह नया क्रांति कृषि क्षेत्र में नई ऊर्जा का स्रोत बन सकता है और आगे बढ़ते समय में यह कृषि उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान कर सकता है।
    अगले कुछ वर्षों में, ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग कृषि सेक्टर में और भी व्यापक होने की संभावना है। इससे किसानों की आय और उत्पादनता में वृद्धि होने की संभावना है और साथ ही खेती के स्तर पर पर्यावरण को भी संरक्षण मिलेगा।

    कोई टिप्पणी नहीं

    thanks for comment...

    Post Top Ad

    ad728

    Post Bottom Ad

    ad728
    ad728