राम जन्म के साथ उत्साहित हुई अयोध्या नग
राम जन्म के साथ उत्साहित हुई अयोध्या नगरी
पिपरौली सहजनवां। बांसगांव संदेश।
क्षेत्र के अमटौरा गांव स्थित नवनिर्मित श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष में हो रहे श्रीराम कथा यज्ञ ज्ञान महोत्सव में संत श्री मनीष जी महाराज द्वारा राज जन्म की कथा सुनाई गई। जिसमें उन्होंने कहा कि अयोध्या के राजा महाराज दशरथ जो काफी प्रतापी और बलशाली राजा थे। उनकी ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई थी। पर उनकी कोई संतान न होने से वह काफी चिंतित रहते थे ।अंत में उन्होंने पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ आरंभ करने की ठानी ।गुरु वशिष्ट के आदेश पर यज्ञ प्रारंभ किया गया ।श्यामकर्ण घोड़ा चतुरंगिणी सेना के साथ दौड़ा दिया गया ।यज्ञ में मनस्वी ,तपस्वी ,विद्वान, ऋषि मुनियों ,वेद विज्ञ ,प्रकांड पंडितों को आमंत्रित किया गया। यज्ञ प्रारंभ होने से संपूर्ण वातावरण वेदों की ऋचाओं के उच्चारण से गुंजने लगे ।तत्पश्चात यज्ञ समाप्ति के बाद महाराज दशरथ की तीनों रानियों जिसमें बड़ी रानी कौशल्या जिनसे राम का जन्म हुआ,दुसरी रानी सुमित्रा को दो बालक उत्पन्न हुए जिनका नाम लक्ष्मण और शत्रुघ्न रखा गया और तीसरी रानी कैकेई से भरत पैदा हुए।इस तरह राजा दशरथ को कुल चार पुत्र प्राप्त हुए ।पूरे अयोध्या में पर्व जैसा माहौल उत्पन्न हो गया। सारी अयोध्या नगरी हर्षोल्लास के साथ जगमग हो उठी। अयोध्या वासी उत्साहित हो गये।
राम जन्म कि कथा सुनकर उपस्थित भक्त भाव विभोर हो गए। 28 फरवरी से शुरू इस महायज्ञ का 8 मार्च को भंडारे के साथ समापन किया जाएगा। प्रतिदिन दिन में श्री राम कथा और रात में रामलीला का आयोजन किया गया है।इस अवसर पर रमेश गिरी,राम मनोहर सिंह, सुरेन्द्र श्रीवास्तव, प्रेम शंकर सिंह,उग्रसेन सिंह, रवि प्रकाश सिंह,शिव शंकर सिंह, आनंद प्रकाश सिंह,कृष्ण प्रताप सिंह,सूर्यनाथ सिंह,दूध नाथ गुप्ता ,अखिलेश सिंह, रजनीश सिंह, सूर्य प्रभात सिंह,श्रीबहादुर सिंह, अखंड प्रताप सिंह सहित सैकड़ो की संख्या में भक्त उपस्थित रहे।
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