श्रीराम कथा श्रवण मात्र से होता है कल्याण
श्रीराम कथा श्रवण मात्र से होता है कल्याण
क्षेत्र के अमटौरा गांव स्थित नवनिर्मित श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष में हो रहे श्रीराम कथा यज्ञ ज्ञान महोत्सव में संत श्री मनीष जी महाराज द्वारा श्री राम कथा का रसपान कराते समय कहा गया कि श्री राम कथा के श्रवण मात्र से जीवन का उद्धार और कल्याण दोनों हो जाता है।मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम मर्यादा के प्रतिक थे। बाल्मीकि द्वारा रचित रामायण में राम एक मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में वर्णित हैं तो वहीं गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्री रामचरितमानस में उन्होंने राम को भगवान के रूप में वर्णित किया है। आधुनिक युग में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के आदर्शों पर चलना प्रेरणा दाई हो सकता है।
28 फरवरी से शुरू इस महायज्ञ का 8 मार्च को भंडारे के साथ समापन किया जाएगा। प्रतिदिन दिन में श्रीराम कथा और रात में रामलीला का आयोजन किया गया है।इस अवसर पर शैलेन्द्र श्रीवास्तव, रवि प्रताप सिंह, धीरज निषाद, सोनू शर्मा, आदित्य सिंह श्रीनेत, बलवंत निषाद उर्फ बीके, हिमांशु गुप्ता, प्रशांत श्रीवास्तव, उज्जवल सिंह, गणेश श्रीवास्तव, श्याम प्रताप सिंह, रणजीत सिंह,दारा सिंह, विशाल सिंह,बेचन सिंह, श्रीबहादुर सिंह, विवेक सिंह, शेषनाथ सिंह श्रीनेत, राकी सिंह, राम अशीष शर्मा, संतोष साहनी, रामगती, शेषनाथ यादव सहित सैकड़ों की संख्या में भक्त उपस्थित रहे।
कोई टिप्पणी नहीं
thanks for comment...