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    कैम्पियरगंज तहसील का कारनामा

    कैम्पियरगंज तहसील का कारनामा

    बिना जांच किए तहसील में बैठकर जन सुनवाई पोर्टल पर लगाई जाती है फाइनल रिपोर्ट


    जिसके खिलाफ शिकायत उसी से लिखवाकर तैयार की जाती है जांच रिपोर्ट

    पैमाइश के नाम पर वसूली जाती है मोटी रकम



    पैसा न देने पर उपजिलाधिकारी के आदेश को भी ठेंगा दिखाते हैं लेखपाल

    कैंपियरगंज ब्यूरो गोरखपुर। बॉसगांव संदेश। कैम्पियरगंज तहसील में लेखपाल प्रिन्स जायसवाल द्वारा पैमाइश के लिए मोटी रकम वसूली जाती है। इस पर कैम्पियरगंज तहसील के अधिकारी मौन धारण किए रहते हैं। जब इन अधिकारियों से शिकायत की जाती है तो जांच के नाम पर खानापूर्ति कर जिसके खिलाफ शिकायत है उसी लेखपाल से जांच रिपोर्ट लिखवाकर इति श्री कर ली जाती है। ऐसा ही मामला अकटहवा गांव निवासी कन्हैया लाल जायसवाल का है। कन्हैया लाल ने बताया कि हमारी जमीन कल्यानपुर ग्राम सभा के गाटा संख्या 2753 है जिस पर 25 फीट तक अनन्त पुत्र श्यामराज निवासी ग्राम अकटहवा ने कब्जा कर रखा है। जिसकी शिकायत उपजिलाधिकारी कैम्पियरगंज से कई बार किया गया और उपजिलाधिकारी ने पुलिस बल के साथ उक्त जमीन की पैमाइश के लिए कानूनगो व हल्का लेखपाल को आदेशित किया। परन्तु हल्का लेखपाल प्रिन्स जायसवाल द्वारा प्रत्येक बार आनाकानी व टालमटोल किया गया। और मौके पर उक्त जमीन की पैमाइश नहीं की गई। उक्त जमीन की पैमाइश के लिए 10 हजार रुपए की मांग की गई। पैसा न देने पर हल्का लेखपाल प्रिन्स जायसवाल द्वारा टाल मटोल करते हुए विपक्षी को बचाव के लिए काफी समय दिया गया। पैमाइश न होने व धन उगाही की मांग की शिकायत को दिनांक 17/10/2023 को मुख्यमंत्री जन सुनवाई पोर्टल पर किया गया। जिस पर बिना जांच किए राजस्व कानूनगो अजय कुमार गुप्ता ने हल्का लेखपाल प्रिन्स जायसवाल से ही लिखवाकर जांच रिपोर्ट तैयार किया। और तहसीलदार कैम्पियरगंज से अग्रसारित कराकर जन सुनवाई पोर्टल पर दिनांक 14/11/2023 को अपलोड कराकर इति श्री कर लिया। जब इसकी जानकारी पोर्टल से कन्हैया लाल को हुई तो कानूनगो अजय गुप्ता से मोबाइल से जानकारी चाहा तो कानूनगो अजय गुप्ता ने स्वीकार किया कि प्रिन्स जायसवाल ने ही रिपोर्ट लिखा है और हस्ताक्षर मैं किया हूं। और कहा कि चलिए किसी दिन आकर मैं मामले का निस्तारण कर दूंगा। और किसी दूसरे लेखपाल से पैमाइश करा दूंगा। लेकिन काफी दिन बीतने के बाद भी आज तक मौके पर राजस्व कानूनगो अजय गुप्ता नहीं गए । इसकी जांच उच्चाधिकारियों से कराने के लिए पुनः शिकायत किया गया तो उपजिलाधिकारी कैम्पियरगंज ने भी बिना जांच किए उपरोक्त फर्जी रिपोर्ट को ही सही मानकर जन सुनवाई पोर्टल पर दिनांक 30/11/2023 को अपलोड कर दिया। ऐसे में इन भ्रष्ट अधिकारियों की शिकायत किससे किया जाय। जब मुख्यमंत्री की जन सुनवाई शिकायत पोर्टल को भी ये लोग ठेंगा दिखा रहे हैं। कन्हैया लाल ने बताया कि अब स्वयं मुख्यमंत्री से मिलकर इस प्रकरण को अवगत कराऊंगा। ग्रामीणों के अनुसार लेखपाल प्रिन्स जायसवाल पैमाइश के लिए मोटी रकम की मांग करते हैं। वसूली के लिए उन्होंने प्राईवेट व्यक्ति को रखा है। इसके अलावा मकान व पेंशन, खसरा खतौनी आदि के लिए भी पैसा लेते हैं। लोगों ने इनके स्थानान्तरण के लिए भी मांग किया है। और इनके चल व अचल संपत्ति की न्यायिक जांच की भी मांग किया ।

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