नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा गबन करने वाले अभियुक्त को पुलिस ने किया गिरफ्तार
चौरीचौरा गोरखपुर। बांसगांव संदेश
चौरीचौरा पुलिस ने जालसाजी के आरोप में भोपा बाजार के शहीद नगर निवासी इन्द्रदेव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपी खुद को पीजीआई का अधिकारी बताकर नौकरी के नाम पर लोगो को निशाना बनाकर ठगी करता था।
नौकरी दिलाने के नाम पर वह लोगों से कागजात पर हस्ताक्षर कराकर उनके नाम से गाड़ी फाइनेंस करा लेता था। पुलिस के अनुसार अब तक वह 20 से अधिक लोगों के साथ नौकरी के नाम पर ठगी कर चुका है। आरोपी इंद्रदेव पीड़ितों के नाम पर ही 20 बाइक व ई रिक्शा फाइनेंस कराकर बिना रजिस्ट्रेशन के ही उसे बेच भी दिया। एसओ आशीष सिंह ने बताया कि मुंडेरा बाजार निवासी अरुण कुमार ने मई 2023 में आरोपी इंद्रदेव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया था। उसके बाद ठगी करने का उसका पोल खुला। पुलिस के अनुसार अरुण और उसका भाई विनीत कुमार स्नातक करने के बाद बेरोजगार थे। 14 अप्रैल 2022 को उनकी मुलाकात इंद्रदेव से हुई। उसने अपने आप को बताया कि वह पीजीआई लखनऊ में मेडिसीन पर्चेज ऑफिसर है। उसने दोनों भाईयों को स्टोर कीपर की नौकरी लगवाने के नाम पर दो-दो लाख रुपये लिए। कुछ दिन बाद अरुण और विनीत ने इंद्रदेव से नियुक्ति पत्र की मांगा, तब आरोपी ने बोला कि दोनों लोगों की नियुक्ति हो गई है। पत्र डाक से घर पर जाएगा। इसके बाद दोनों भाई लखनऊ जाने की तैयारी कर रहे थे, तभी आरोपी का फोन आया कि उन्हें यहां आने की जरूरत नहीं है। उसने दोनों भाईयों को इंजीनियरिंग कॉलेज के पास एक बाइक एजेंसी में बुलाया। बताया कि कंपनी के मालिक उसके परिचित हैं।
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