मादक और तस्करी के खिलाफ जन जागरण अभियान के अंतर्गत एक कार्यशाला का हुआ आयोजन
मादक और तस्करी के खिलाफ जन जागरण अभियान के अंतर्गत एक कार्यशाला का हुआ आयोजन
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश ।इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट गीडा गोरखपुर मे स्वापक नियंत्रण ब्यूरो क्षेत्रीय इकाई गोरखपुर के द्वारा मादक पदार्थों के दुरूपयोग और अवैद्य तस्करी के खिलाफ जनजागरण अभियान के अंतर्गत एक कार्यशाला का आयोजन संस्थान के डॉ ए पी जे अब्दुल कलम सभागार मे किया गया | कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए एनसीबी गोरखपुर के क्षेत्रीय इकाई के अधीक्षक राहुल कुमार पुरबे ने कहा कि नशे पर लगाम लगानी है तो सबसे पहले स्कूलों व कॉलेजों में नशा मुक्ति अभियानों का इस प्रकार संचालन किया जाए कि युवा पीढ़ी को इसके दुष्परिणाम समझ में आ सके. महिलाओं द्वारा नशा मुक्ति कार्यो में सकारात्मकता दिखायी जाती है |अक्सर इस प्रकार के अभियानों में महिलाओं की भूमिका अहम होती है| आज युवाओं के साथ नई पीढ़ी भी इसके सेवन से अछूती नहीं है | समाज में कम उम्र के स्कूली बच्चे अक्सर दुकानों से गुटखा खरीदते पाये जाते है | यह बुराई केवल शहरों तक ही सीमित नहीं है बल्कि गांव गांव तक इसने पैर पसार लिया है और बच्चे बच्चे इसकी जाल में फंसते जा रहे हैं| उन्होंने कहा बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू व शराब ऐसे जहरीले पदार्थ हैं जो मनुष्य के शरीर को अंदर से खोखला करने का काम करते हैं।इसकी लत ने समाज के हर उम्र को अपना शिकार बनाया है. जिसमें देश के भावी युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा चिंता का विषय है| कार्यक्रम के अंत मे उन्होंने छात्रों के द्वारा पूछे गये प्रश्नों का जबाब दिया और सभी लोगों को नशा से दूर रहने के लिए शपथ भी दिलाये | संस्थान के निदेशक डॉ एन के सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा नशा मुक्ति के लिए कई कदम उठाये जाते हैं परंतु लोग अवैध रूप से इसका व्यापार कर रहे हैं| जिस पर सरकार की ओर से कठिन नियमों के साथ सजा का प्रावधान किया जाना होगा ताकि पैसों के लालच में लोग इस अवैध कार्य को न कर सकें| नशा व्यक्ति के न केवल शरीर बल्कि उनकी मानसिकता पर भी गहरा प्रभाव डालता है. इसके उपयोग से अक्सर घरों में अशांति का माहौल होता है, जो पारिवारिक कलहों का कारण बनता है | इस अवसर पर डॉ ए आर त्रिपाठी, डॉ संत प्रसाद, डॉ मनोज कुमार मिश्रा, डॉ अलका श्रीवास्तव, डॉ राम्या सिंह, महेश राजा, अजय कुमार यादव, संतोष शाही, सहित संतान के सभी छात्र छात्राएं मौजूद रहे |
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश ।इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट गीडा गोरखपुर मे स्वापक नियंत्रण ब्यूरो क्षेत्रीय इकाई गोरखपुर के द्वारा मादक पदार्थों के दुरूपयोग और अवैद्य तस्करी के खिलाफ जनजागरण अभियान के अंतर्गत एक कार्यशाला का आयोजन संस्थान के डॉ ए पी जे अब्दुल कलम सभागार मे किया गया | कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए एनसीबी गोरखपुर के क्षेत्रीय इकाई के अधीक्षक राहुल कुमार पुरबे ने कहा कि नशे पर लगाम लगानी है तो सबसे पहले स्कूलों व कॉलेजों में नशा मुक्ति अभियानों का इस प्रकार संचालन किया जाए कि युवा पीढ़ी को इसके दुष्परिणाम समझ में आ सके. महिलाओं द्वारा नशा मुक्ति कार्यो में सकारात्मकता दिखायी जाती है |अक्सर इस प्रकार के अभियानों में महिलाओं की भूमिका अहम होती है| आज युवाओं के साथ नई पीढ़ी भी इसके सेवन से अछूती नहीं है | समाज में कम उम्र के स्कूली बच्चे अक्सर दुकानों से गुटखा खरीदते पाये जाते है | यह बुराई केवल शहरों तक ही सीमित नहीं है बल्कि गांव गांव तक इसने पैर पसार लिया है और बच्चे बच्चे इसकी जाल में फंसते जा रहे हैं| उन्होंने कहा बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू व शराब ऐसे जहरीले पदार्थ हैं जो मनुष्य के शरीर को अंदर से खोखला करने का काम करते हैं।इसकी लत ने समाज के हर उम्र को अपना शिकार बनाया है. जिसमें देश के भावी युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा चिंता का विषय है| कार्यक्रम के अंत मे उन्होंने छात्रों के द्वारा पूछे गये प्रश्नों का जबाब दिया और सभी लोगों को नशा से दूर रहने के लिए शपथ भी दिलाये | संस्थान के निदेशक डॉ एन के सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा नशा मुक्ति के लिए कई कदम उठाये जाते हैं परंतु लोग अवैध रूप से इसका व्यापार कर रहे हैं| जिस पर सरकार की ओर से कठिन नियमों के साथ सजा का प्रावधान किया जाना होगा ताकि पैसों के लालच में लोग इस अवैध कार्य को न कर सकें| नशा व्यक्ति के न केवल शरीर बल्कि उनकी मानसिकता पर भी गहरा प्रभाव डालता है. इसके उपयोग से अक्सर घरों में अशांति का माहौल होता है, जो पारिवारिक कलहों का कारण बनता है | इस अवसर पर डॉ ए आर त्रिपाठी, डॉ संत प्रसाद, डॉ मनोज कुमार मिश्रा, डॉ अलका श्रीवास्तव, डॉ राम्या सिंह, महेश राजा, अजय कुमार यादव, संतोष शाही, सहित संतान के सभी छात्र छात्राएं मौजूद रहे |
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