डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को दी गई श्रद्धांजलि
डॉ मुखर्जी ने किया था महात्मा गांधी व कांग्रेस की नीतियों का विरोध - मारकण्डेय राय
गांधी और नेहरू के तुष्टिकरण नीति का डॉ मुखर्जी ने किया था खुलकर विरोध - राजेश सिंह
कौड़ीराम गोरखपुर। भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस कौड़ीराम में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष मार्कंडेय राय के आवास/ कार्यालय पर मनाया गया। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए पूर्व जिलाध्यक्ष व पैक्सफेड निदेशक मारकण्डेय राय ने कहा कि डॉ मुखर्जी ने महात्मा गांधी व कांग्रेस की नीतियों का विरोध किया था। उनका मत था कि कांग्रेस की नीतियों से ही हिंदुओं को हानि उठानी पड़ी थी। श्री राय ने कहा कि डॉक्टर मुखर्जी ने कहा था कि वह दिन दूर नहीं जब गांधी जी की अहिंसावादी नीति के अंधानुसरण के फल स्वरुप समूचा बंगाल पाकिस्तान का अधिकार क्षेत्र बन जाएगा। कार्यक्रम में उपस्थित भाजपा किसान मोर्चा के जिला महामंत्री राजेश सिंह राजन ने कहा कि जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने नेहरू और महात्मा गांधी के तुष्टिकरण नीति का सदैव खुलकर विरोध किया था। यही कारण था कि उनको संकुचित सांप्रदायिक विचार का द्योतक समझा जाने लगा। बता दें कि 1947 को स्वतंत्र भारत के प्रथम मंत्रिमंडल में एक गैर कांग्रेसी मंत्री के रूप में डॉ मुखर्जी ने वित्त मंत्रालय का काम संभाला था। डॉ मुखर्जी की 23 जून 1953 को जेल में ही रहस्यमय ढंग से मृत्यु हो गई थी। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाजपा मंडल अध्यक्ष अनिल दुबे, पूर्व जिला महामंत्री दीपक सिंह, किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष मनोज तिवारी, युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष अंकुर श्रीवास्तव, मंडल मंत्री प्रकाश पांडेय, सूर्यनारायण नायक, मोती, बृजेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
कोई टिप्पणी नहीं
thanks for comment...