जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला खाद्य सुरक्षा सलाहकार समिति की बैठक आयोजित
मिलावटखोरों के विरुद्ध चलेगा अभियान:डीएम
देवरिया । जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आज जनपद स्तरीय खाद्य सुरक्षा सलाहकार समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने दुग्ध तथा दुग्ध पदार्थ के नमूनों की नियमित जांच करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कुछ मिलावटखोर दूध में मेलामाइन तथा फॉर्मेल्डिहाइड जैसे कैमिकलों की मिलावट करते हैं जिससे किडनी फेलियोर एवं कैंसर जैसी बीमारी हो रही है। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक किया जाए, जिससे कि लोग स्वयं घर में मिलावटी दूध की पहचान कर सकें।
जिलाधिकारी ने बताया कि पंजीकरण एवं अनुज्ञप्तियों का पंजीकरण अब 5 वर्ष के लिए होने लगा है। व्यापारियों को अब 5 वर्ष पश्चात इसका नवीनीकरण करना होगा। उन्होंने बताया कि इस संबन्ध में व्यापार मंडल की मांग पर गत वर्ष जिला प्रशासन ने शासन को पत्र लिखा था, जिसके क्रम में 1 जनवरी 2024 से उक्त व्यवस्था लागू हुई है। इस पहल के लिए व्यापार मंडल के अध्यक्ष शक्ति गुप्ता ने जिलाधिकारी का आभार व्यक्त किया।
सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विनय सहाय ने बताया कि जनपद में मीट मछली की दुकानों के मानकीकरण की प्रक्रिया चल रही है। अभी तक साफ-सफाई काला शीशा तथा कियोस्क आधारित तीन दुकान विकसित कर ली गई हैं और चार प्रक्रियाधीन है। जिलाधिकारी ने ईओ नगर पालिका परिषद देवरिया अंकिता शुक्ला को मीट-मछली के बिक्री के लिए एक अलग से काम्प्लेक्स बनाने की संभावना तलाशने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि खुले में मीट मछली मुर्गा के विक्रय से कई लोगों को आपत्ति है। एकीकृत कंपलेक्स होने से लोगों की भावनाओं का सम्मान होगा। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा एफएसडब्लू वैन द्वारा जन सामान्य को जागरूक करने के लिए किए गए पहल के विषय में भी जानकारी प्रस्तुत की गई।
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी शिवेंद्र ने बताया कि जनपद का स्थानीय मसाला ब्रांड गोविंद मसाला एफएसएसएआई द्वारा प्रमाणित प्रयोगशाला से प्राप्त विश्लेषण रिपोर्ट में सभी मानकों पर सही पाया गया। इस मसाले में किसी भी प्रकार के हानिकारक पेस्टिसाइड या फंगीसाइड नहीं पाए गए। यह जनपद के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
बैठक में मिठाई के डिब्बों का प्रकरण भी उठा। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि मिठाई विक्रेता डिब्बे और मिठाई के वजन को स्पष्ट करें, जिससे उपभोक्ताओं को उनके द्वारा दिए जा रहे मूल्य के बराबर उत्पादन मिल सके। बैठक में एडीएम प्रशासन गौरव श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक डॉ भीम कुमार गौतम, डीआईओएस वीके सिंह, औषधि निरीक्षक रूद्रेश त्रिपाठी सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे ।
कोई टिप्पणी नहीं
thanks for comment...