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    प्रधानाध्यापक डॉक्टर गोविंद राय के अथक प्रयास से सरकारी स्कूल बना ग्रीन स्कूल, निजी स्कूलों को दे रहे मात

    प्रधानाध्यापक डॉक्टर गोविंद राय के अथक प्रयास से सरकारी स्कूल बना ग्रीन स्कूल, निजी स्कूलों को दे रहे मात


    पीपीगंज गोरखपुर। बॉसगांव संदेश। जिला प्रशासन व बेसिक शिक्षा के प्रयास व विद्यालय में तैनात शिक्षकों की मेहनत ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। क्योंकि अब निजी विद्यालयों की तर्ज पर परिषदीय विद्यालयों में भी शिक्षा दी जा रही है। यहां की खासियत बस इसकी सुंदर बनावट ही नहीं, यहां सुविधाएं भी ऐसी हैं, जो देखते बनती है। सरकारी स्कूलों में प्राइवेट के तर्ज पर स्मार्ट क्लास संचालित कर छात्रों को शिक्षा देने की बात की जाए तो आप जरूर हैरान होंगे। उसे महज कल्पना ही मानेंगे। लेकिन यह कल्पना नहीं हकीकत है। स्कूल के सभी शिक्षक की कड़ी मेहनत और लगन की बदौलत स्कूलों की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल गई।


    भरोहिया ब्लॉक के बगहिभारी प्राथमिक विद्यालय ने प्राइवेट स्कूलों को छोड़ा पीछे

    विकास खंड भरोहिया के नगर पंचायत पीपीगंज में बगहिभारी प्राथमिक विद्यालय निजी स्कूलों को भी मात दे रहा है। यहां बच्चों की पढ़ाई हरे-भरे पेड़-पौधों के बीच होती है। बच्चों को पढ़ाने के लिए अभिभावकों में होड़ मची है। दरअसल, यहां बच्चों को मस्ती की पाठशाला, स्मार्ट क्लास के जरिये ज्ञान दिया जाता है। जो प्राइवेट स्कूलों को पीछे छोड़ दिया है। यह सब विद्यालय के शिक्षकों की कड़ी मेहनत और सोच के बदौलत संभव हो पाया है। प्रधानाध्यापक डॉक्टर गोविंद राय ने बताया कि विद्यालय में शिक्षक पद पर तैनात कीर्ति वर्मा, संजीव कुमार श्रीवास्तव, विनीता कुमारी गुप्ता, रेनू, साधना अग्रहरि, निधि सिंह व सर्वजीत प्रसाद की मेहनत का ही फल है । अब विद्यालय अन्य के लिए प्रेरणा का श्रोत बन गया है।

    खेल-खेल में बच्चों की होती है पढ़ाई

    भरोहिया ब्लॉक के बगहीभारी प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाने का काम किया जाता है। भवन का जीर्णोंद्घार कर कलात्मक पेंटिग बनाई गयी है। दीवारों से भी शिक्षा दिलाई जा रही है। विद्यालय के बच्चों में अनुशासन में रहने का पाठ पढ़ाया जाता है। साथ ही प्रतिदिन एक सफल व्यक्ति की सफलता की कहानी भी बता कर बच्चों को बौद्धिक विकास के लिए प्रेरित किया जाता है। छात्रों को सुविधा के लिए शुद्ध पेयजल, डस्टबिन, स्मार्ट क्लास, मस्ती की पाठशाला, कुशल शिक्षक हैं। शिक्षका निधि सिंह का कहना है कि समय-समय पर अभिभावकों को स्कूल बुलाकर उनसे फीड बैक भी लिया जाता है। जिससे अगर कोई कमी हो तो उसे पूरा किया जा सके।

    ऐप्रन पहनकर खाना बनाती है रसोइया

     बगहीभारी प्राथमिक विद्यालय में बच्चों की पढ़ाई के साथ सेहत का भी विशेष ध्यान दिया जाता है। बच्चों के लिए मिड्डे मील के लिए भोजन बनाते समय रसोइयों को ऐप्रन पहनने के सख्त निर्देश दिए गए है। बच्चों की पढ़ाई की बात करें तो शिक्षक पहले बच्चों को विषय के बारे में बताते हैं और बाद में बच्चों से श्यामपट पर बने चित्र के विषय में पूछा जाता है। शिक्षक संजीव कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बच्चों के शैक्षिक विकास के लिए उनके साथ मित्र बन कर रहना पड़ता है। जिससे पढ़ाई बोझ न बनकर रोचक विषय बन जाए और बच्चें खेल-खेल में सब कुछ सीख जाएं।

    स्कूल की दीवारों पर बनी पेंटिग, साफ सफाई का रहता है विशेष ध्यान

    प्रधानाध्यापक डॉक्टर गोविंद राय के अथक प्रयास से भरोहिया ब्लॉक के बगहिभारी प्राथमिक विद्यालय में स्कूल की दिवारों पर सुंदर पेंटिग कराई गई है। साथ विद्यालय में साफ-सफाई का पूरा ध्यान दिया जाता है। बच्चों को स्कूल की ड्रेस को सही से पहनने व पढ़ाई करने के लिए विशेष जोर दिया जाता है। दीवारों पर पेंटिग के माध्यम से बच्चों को ज्ञान दिया जाता है। अभिभावकों के साथ समय-समय पर बैठक कर बच्चों के विषय में जानकारी ली जाती है। बच्चा घर पर क्या करता है, कैसे पढ़ाई करता है। विद्यालय की शिक्षिका विनीता कुमारी गुप्ता का कहना है कि अभिभावकों के साथ तालमेल बैठाना आवश्यक होता है। जिससे हमें पता चल सके कि बच्चे घर पर किस तरह से क्रियाशील रहते हैं।

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