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    अवैध नकली खाद लदी गाड़ी को चौकी इंचार्ज पिपरौली ने पकड़ा

    *अवैध नकली खाद लदी गाड़ी को चौकी इंचार्ज पिपरौली ने पकड़ा* 

     *वही पकड़ी गई गाड़ी पर कार्यवाही के नाम पर पुलिस व कृषि विभाग लीपा पोती करने में लगी



    * सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश ।गोरखपुर जिले के सहजनवा तहसील क्षेत्र के पिपरौली चौकी पर तैनाथ चौकी प्रभारी रूपेश पाल ने अबैध खाद लदी ट्रक को पकड़ा और चौकी पर खड़ी करवा दिया अवैध खाद लदी गाड़ी के बारे में गीडा पुलिस द्वारा कृषि विभाग को सूचना देने पर कृषि विभाग के जिम्मेदारों ने पकड़ी गई खाद लदी गाड़ी को गीडा थाने में सुपुर्द कर दिया वही कृषि विभाग के जिम्मेदार ने बताया कि इस मामले का हमारे द्वारा छानबीन किया जा रहा है। जिसमें जांच के उपरांत कार्यवाही की जाएगी वही सोचने वाली बात यह है कि चौकी इंचार्ज पिपरौली द्वारा पकड़ी गई गाड़ी के बारे में जानकारी देने में असमर्थ दिखे की चौकी इंचार्ज द्वारा कब और किस डेट में गाड़ी को पकड़ी गई अगर गाड़ी को पकड़ी गई तो ड्राइवर को क्यों छोड़ दिया गया। वही विशेष सूत्रों के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार चौकी इंचार्ज द्वारा दो दिन पूर्ब ही गाड़ी को पकड़ लिया गया था जिसकी सूचना किसी को नही दिया गया था मामले को मैनेज के जुगाड़ मे पिपरौली चौकी की पुलिस लगी हुई थी लेकिन मामले की जानकारी जब कुछ पत्रकारों को हुई तो चौकी इंचार्ज साहब आनन फानन में कृषि विभाग को सूचना दे कर अपना पला झाड़ लिया संदिग्ध फर्जी खाद की ट्रक पकड़ा गया। पुलिस व कृषि विभाग लीपा पोती में जुटी। माननीय मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री जहां दिन-रात मेहनत कर किसानों की आय दुगनी करने में लगे हुए हैं वहीं कृषि विभाग के कुछ अधिकारी व व्यापारी मिलकर उनकी मेनहत पर पानी फेर रहे है। देश का अन्नदाता खड़ी गर्मी धूप बरसात में दिन-रात मेहनत तो कर लेता है परंतु अच्छी उपज के सपने दिखाने वाले मार्केट में बिक रहे खाद व पेस्टिसाइड्स में अधिकांश मात्रा में फर्जी होने के कारण उनके सपनों पर पानी फिर जाता है। जिससे वह निराश होते हैं और आत्महत्या को मजबूर होते है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिपरौली पुलिस चौकी द्वारा गीडा के ही एक फर्जी खाद निर्माता की संदिग्ध एक ट्रक जैविक खाद दो दिन से पकड़ा गया है जिससे ये साफ हो रहा है कि पुलिस व कृषि विभाग के अधिकारी लीपापोती पे जुटे हुए है। जब जिला कृषिअधिकारी से बात की गई गई तो वे भी गोल गोल घुमाने की कोशिश करने लगे । उन्होंने कहा कि कल शाम पुलिस ने उन्हें सूचना दिया है। जिसमे जिप्सम ग्रेन्यूल्स के नाम से पैकिंग है ।जब पूछा गया क्या जिप्सम ग्रेन्यूल्स का जैविक खाद कीस श्रेणी में आता है तो उन्होंने इस पर कोई साफ जवाब नहीं दीया वहीं जब पुछा गया क्या खाद लाइसेंसी व्यापारी द्वारा बनाया गया है तो उन्होंने कहा कि शायद किसी ट्रेड के बिल पर है प्रश्न उठता है कि जब संदिग्ध खाद की पुलिस ने कृषि विभाग को सूचित किया तो कृषि विभाग ने अभी तक उसकी सैंपलिंग क्यों नहीं की ? सवाल पुलिस पर भी है गुड्स लाइसेंसी व्यापारी का है तो कृषि विभाग को सूचना क्यों दी गई ? और ट्रक अभी तक खड़ा क्यों किया गया है?पुलिस कृषि विभाग पर कृषि विभाग पुलिस के पाले में गेद डाल रहा है।लेट लतीफी कही साक्ष्य मिटाने की कोशिश तो नही हो रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूरे जनपद में कुछ व्यापारियों द्वारा जिप्सम के नाम पर केमिकल युक्त खाद की सप्लाई की जा रही हैं। एंजाइम से लेकर मार्केट में मिलने वाले कई प्रोडक्ट फर्जी हैं।अब देखना है कि इस पुरे मामले में क्या कार्यवाही होती है।

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