पौधारोपण जीवन के लिए बेहद जरूरी है-डॉ० रवि शंकर राय
पौधारोपण जीवन के लिए बेहद जरूरी है-डॉ० रवि शंकर राय
2100 पौधों का वितरण कर क्षेत्र के लिए बने नजीर डॉ रवि शंकर राय
मुहिम में 501पौधा ज्ञानचंद साहनी द्वारा किया गया वितरण
पर्यावरण संतुलन से ही मानव रहेगा सुरक्षित एवं खुशहाल:डॉ रविशंकर राय
बांसगांव गोरखपुर।मानव जीवन पूर्ण रूप से स्वस्थ तभी होगा जब कदम-कदम पर पौधे लगेंगे। पौधारोपण जीवन के लिए बेहद जरूरी है। आक्सीजन देने वाले पौधों की महत्ता को दरकिनार नहीं किया जा सकता। हमें मुफ्त में आक्सीजन पेड़ - पौधे ही देते हैं। समाजिक कार्यों के लिए तत्पर "श्यामित्रा फाउंडेशन ट्रस्ट" द्वारा 5100 पौधों के वितरण व रोपड़ के संकल्प के तहत ग्राम सभा धनौड़ा बुजुर्ग, गोरखपुर में 2100 पौधों का वितरण मुख्य ट्रस्टी डॉ रवि शंकर राय द्वारा एवं ग्राम सभा भिटहा,कौड़ीराम में 501पौधों का वितरण ट्रस्ट के सदस्य ज्ञानचंद साहनी द्वारा किया गया।
डॉ० रवि शंकर राय ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या और घटते पेड़-पौधे मानव जीवन के अस्तित्व पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। पर्यावरण संतुलन से ही मानव सुरक्षित व खुशहाल रहेगा। आक्सीजन तो हम बिना किसी रूकावट के लेते हैं तो फिर पौधरोपण के प्रति उदासीनता क्यों ? सुखद स्वास्थ में जब बाधा आती है तो शरीर को दिक्कत महसूस होने लगती है। मौजूदा आबादी को भरपूर आक्सीजन देने के लिए पेड़-पौधों की संख्या नाकाफी साबित हो रही है। यदि समय रहते हम न चेते तो बहुत देर हो जाएगी। इस असंतुलन से ही पर्यावरण प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। प्रकृति मानव को मुफ्त में आक्सीजन समेत अनेक उपहार देती है। मानव भाग-दौड़ की आपाधापी में पेड़-पौधों की महत्ता को ऐसे भूला देता जैसे उसके जीवन में पेड़-पौधों का कोई महत्व ही नहीं है। मानव का यह नैतिक धर्म होना चाहिए कि पर्यावरण को संतुलित बनाने के लिए अधिक से अधिक पौधों का रोपण करना होगा। पौधे हमें न सिर्फ आक्सीजन देते बल्कि फूल, फल, औषधि व इमारती लकड़ियां भी देते हैं। पौधों को खुद रोपने के लिए तत्पर हों और आसपास के लोगों को भी इस नेक कार्य के लिए प्रेरित करें। जब तक जन-जन में जागरुकता नहीं आएगी हम सभी अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाएंगे। उठिए, तत्पर रहिए और पौधरोपण के नेक कार्य के लिए आईए "श्यामित्रा फाउंडेशन ट्रस्ट" के साथ कदम बढ़ाइए। ट्रस्ट का संकल्प ही समाज की सेवा है। आप पौधा लगाइए हम आपका संदेश समाज तक पहुंचाएंगे।
कोई टिप्पणी नहीं
thanks for comment...