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    मृतक के परिजनों से ग्राम प्रधान ने लिए तीस हजार रुपए ।

    मृतक के परिजनों से ग्राम प्रधान ने लिए तीस हजार रुपए ।

    प्रधान ने कहा कि अधिकारियों को देना है खर्च , पैसे नही दोगे तो कोई भी सरकारी लाभ तुम्हे नहीं लेने दूंगा ।


    पीपीगंज गोरखपुर। बॉसगांव संदेश। कुछ दिन पूर्व पीपीगंज थाना क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले ग्राम सभा अकटहवा टोला भवनपुरवा का है मामला सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार आकाशीय बिजली के चपेट में आने से रौनक पुत्र प्रमोद की मृत्यु गांव के बाहर खेत से वापस घर लौटते समय हो गई थी। मौके पर पहुंची राजस्व टीम व पुलिस ने रिपोर्ट शासन को भेजा तो सरकार ने 4 लाख रुपए स्वीकृत कर मृतक के माता के खाते में ट्रांसफर किया। जब इसकी सूचना ग्राम प्रधान को हुआ तो पैसे की जांच के लिए मृतक की माता को लेकर सीएचसी शाखा भारतीय स्टेट बैंक भरवल चौराहे पर गए और पैसे की जांच के लिए सीएचसी संचालक ने मृतक की माता से अंगूठा लगवाया और जांच कर बताया कि खाते में 4 लाख रुपए आया है ग्राम प्रधान ने कहा कि यह पैसा मृतक की दो बहनों के नाम से जमा करना है कैसे निकलेगा तो सीएचसी संचालक ने कहा कि यह पैसा पांच बार में निकल जाएगा ग्राम प्रधान ने कहा कि 60000 रु निकाल दीजिए मृतक की माता ने दोबारा अंगूठा लगाया और खाते से  60000 रु सीएचसी संचालक ने अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया और कहा कि आज पैसा नहीं है और दो दिन बाद आना तो मिल जाएगा जब दो दिन बाद मृतक के माता पिता सीएचसी संचालक के पास पैसा लेने गए तो सीएचसी संचालक ने उन्हें केवल 30000 रु दिया जिस पर मृतक के पिता प्रमोद ने कहा कि 60000 रु निकाला है तो 30000 रु. क्यों दे रहे हैं संचालक ने बताया कि 30000 रु ग्राम प्रधान ले गए हैं ।
     इस पर आपत्ति करते हुए मृतक के पिता ने कहा कि प्रधान को पैसा क्यों दे दिए और सीएचसी संचालक को लेकर जब मृतक के पिता ग्राम प्रधान के घर गए तो ग्राम प्रधान पैसा देने में आनाकानी करने  लगे और कहा कि अधिकारियों को खर्च पानी के लिए देना पड़ा है और शोर मत करो और पीड़ित को प्रलोभन देते हुए कहा मैं तुम्हें जमीन व घर दिलवा दूंगा ।
    बात को यहीं रफा दफा कर दो नहीं तो आगे से कोई भी सरकारी लाभ तुम्हे नहीं दिलवाऊंगा ।
    सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जब इस संबंध में मृतक के पिता प्रमोद से पूछा गया तो मृतक के पिता ने बताया कि मेरे परिवार में एक बेटा और तीन बेटियां है और मेरी पत्नी विकलांग है और हमारे परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है बेहद गरीबी में हमारा जीवन व्यतीत हो रहा है और मैं किसी तरह मेहनत मजदूरी कर के अपने परिवार का जीविका चलाता हूं मेरा एक ही बेटा था जिसकी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई मेरे बुढ़ापे का सहारा हमसे छीन गया , शासन प्रशासन द्वारा जो अनुदान मिला उसमे भी बंदर बाट हो रहा हम कहा जाए और किससे अपनी पीड़ा ब्यक्त करे । वही बैंक संचालक ने बताया कि मृतक के परिजन के साथ दो लड़के और एक औरत आदमी आए हुऐ थे। जिसमें₹30000 परिजन को दे दिया गया और उसमें से ₹30000 ग्राम प्रधान ने अपने चेक पर आधारित अकाउंट नंबर पर ट्रांसफर कराया। जिस चेक के अकाउंट नंबर पर पैसा ट्रांसफर कराया गया उसका फोटो कॉपी मेरे पास है।

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