Header Ads

ad728
  • Breaking News

    बेसिक शिक्षा में निजीकरण के विरुद्ध संघर्ष का ऐलान - तारकेश्वर शाही


    बेसिक शिक्षा में निजीकरण के विरुद्ध संघर्ष का ऐलान - तारकेश्वर शाही

    गोरखपुर

    शिक्षक शिक्षामित्र अनुदेशक कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले संयोजक तारकेश्वर शाही के नेतृत्व में हठयोग की धरती से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना - प्रदर्शन के माध्यम से बेसिक शिक्षा में निजीकरण के विरुद्ध संघर्ष का ऐलान किया गया । श्री शाही ने  अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि हमारे बेसिक विद्यालयों में नित नए प्रयोग हो रहे हैं । उसी कड़ी में बच्चों के नामांकन की आयु सीमा बढ़ाकर 6 वर्ष करके प्रवेश प्रक्रिया में अवरोध उत्पन्न किया, जिससे स्वाभाविक रुप से छात्र संख्या प्रभावित हुई । परिणामस्वरूप शून्य नामांकन वालों विद्यालयों के शिक्षकों का वेतन वाधित कर दिया गया और 50 से कम छात्र संख्या वाले जनपद के 736 विद्यालयों सहित प्रदेश के 27964 विद्यालयों को मर्जर सूची में डालकर वहां के छात्रों व शिक्षको को अन्यत्र समायोजित करके तथा मर्जर विद्यालयों को गुजरात माडल की तरह उद्योग समूहों को सौंपने की योजना है । यह योजना आर.टी.ई.एक्ट - 2009 की मूल भावना के विरुद्ध है तथा बाल अधिकार अधिनियम सीधा प्रहार है । यह योजना समाज के अंतिम व्यक्ति, गरीब - गूरबे, शोषित - वंचित, दलित - पिछड़े एवं मजदूर - किसान के बच्चों को शिक्षा के आधिकार से वंचित करने की कुत्सित मानसिकता का द्योतक है ।
    अनुदेशक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश का अनुदेशक शिक्षक साथियों के सम्मान में सदैव खड़ा रहेगा और विद्यालयो को बिकने नहीं देगा ।
    धरना को सम्बोधित करते हुए पुरानी पेंशन संघर्ष मोर्चा के प्रदेश संयोजक मनोज राय ने कहा कि देश के सभी शिक्षक / कर्मचारियों की पुरानी पेंशन इसी पंचवर्षीय योजना में बहाल होगी, भले सरकार बदलनी पड़े । 
    विशिष्ट बीटीसी संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय शर्मा व प्रदेश संगठन मंत्री संजयराज सिंह ने कहा कि प्रदेश में पहली बार नियमविरुद्ध समायोजन गतिमान है, जिसे लागू नहीं होने दिया जाएगा ‌।
      राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष भारतेन्दु यादव कहा कि हम नीजीकरण का विरोध करते हुए शिक्षकों का आह्वाहन करते हैं कि इसे कत्तई स्वीकार न करें ।
     विशिष्ट बीटीसी संगठन के मंडल अध्यक्ष उपेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि प्रदेश के मुखिया द्वारा गोरखपुर के चरगांवा ब्लांक को हिंदुजा समूह के एनजीओ एल.एल.एफ.का गाजे - बाजे के साथ प्रवेश कराने के साथ ही प्रदेश के पचहत्तरो जिले के एक - एक ब्लाक को उसे सौंपते हुए गुजरात माडल को अंगीकृत करने का निंदनीय कृत्य किया है ।
    विशिष्ट बीटीसी संगठन के जिला महामंत्री बलिया धीरज राय ने कहा कि हठयोगी के आह्वाहन पर  भृगु ऋषि ने जिस तरह नारायण की छाती पर प्रहार किया था, शाही जी के आह्वाहन पर सरकार की छाती पर बागी बलिया प्रहार करने के लिए कटिबद्ध है ।
    धरने को मुख्यरूप से राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष रूपेश श्रीवास्तव, मदनमुरारी शुक्ला, कनिष्क गुप्ता, कर्मचारी महासंघ के नंदलाल, विशिष्ट बीटीसी संगठन के जिलाध्यक्ष बलिया डा. घनश्याम चौबे, अनिल सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरेकृष्णा दूबे, डा.किरनलता मिश्रा, मंडल उपाध्यक्ष विनोद मिश्र, मंडल कोषाध्यक्ष रणधीर सिंह, जिलाध्यक्ष देवरिया विज्ञान सिंह, जिला कोषाध्यक्ष शिवरतन निषाद, ईश्वरचंद शुक्ला, ऊषा द्विवेदी , जिलाध्यक्ष संतकबीर नगर केसरी लाल व महामंत्री अरुण मिश्रा, मिडिया प्रभारी रणधीर शाही, देवेश सिंह, संजीव सिंह, गिरजेश शाही, अजय कन्नौजिया, ज्ञानप्रकाश राय आदि ने संबोधित किया और संचालन सचिव संयुक्त मोर्चा त्रिपुरारी दूबे ने किया ।
    धरना में सुरेन्द्र कुमार, दिलीप गुप्ता, कृष्णा त्रिपाठी, रमाशंकर, संतोष सिंह, दीपाली त्रिपाठी, एकता जायसवाल, रजनी श्रीवास्तव, प्रियंका, अर्पिता, राखी वर्मा, रजनी सिंह, सादिया आजमी, संगीता चौरसिया, नीलम देवी, दीपमाला सिंह, ममता यादव, गीता कुमारी, अर्चना, करूणेश, दिलीप, कन्हैया लाल, राकेश कुमार, सुनील कुमार, डा. जितेंद्र राव, संगीता सहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे ।

    कोई टिप्पणी नहीं

    thanks for comment...

    Post Top Ad

    ad728

    Post Bottom Ad

    ad728
    ad728