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    के आई पी एम में "अटल फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम "का उद्घाटन समारोह हुआ संपन्न

    के0 आई0पी0एम0 में" अटल फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम" का उद्घाटन समारोह हुआ संपन्न







     सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश ।केआईपीएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, गोरखपुर में एआईसीटीई द्वारा प्रायोजित "एडवांस्ड फंक्शनल मैटेरियल्स फार क्लीन एनर्जी" विषय पर आयोजित "अटल फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी)" का उद्घाटन समारोह संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० जे० पी० पाण्डेय ने पूर्वांचल में उच्च तकनीकी शिक्षा के विकास में इस एफडीपी के आयोजन के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रोफेसर पाण्डेय ने कहा कि इस आयोजन से पूर्वांचल के तकनीकी शिक्षा के शिक्षकों के विकास में यह कार्यक्रम बहुत उपयोगी सिद्ध होगा। प्रोफेसर पाण्डेय ने अपने संबोधन में एडवांस्ड फंक्शनल मैटेरियल्स की जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका और उनके उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों के विकास और उपयोग के लिए इन सामग्रियों की समझ और उनके अनुसंधान का महत्व कितना महत्वपूर्ण है। इसके बाद, एनआईटी पटना के प्रोफेसर ओम प्रकाश ने "सोलर एप्लीकेशन के लिए क्लीन एनर्जी मैटेरियल्स: भारतीय परिप्रेक्ष्य" पर अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने प्राकृतिक फाइबर रिइंफोर्सड कंपोजिट के प्रसंस्करण, परीक्षण और उनके स्थानीय उपयोगों पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही, उन्होंने शोधार्थियों और शिक्षकों को स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए अपने तकनीकी ज्ञान का उपयोग करने की सलाह दी। एमएनएनआईटी इलाहाबाद के डॉ. मनोज कुमार गुप्ता ने "रिसर्च मेथाडोलॉजी: सिद्धांत और अभ्यास" विषय पर एक सत्र आयोजित किया। उन्होंने रिसर्च मेथाडोलॉजी और शोध पत्र लेखन के विभिन्न गूढ़ पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला और गहन चर्चा की। एफडीपी के समन्वयक, डॉ. मोहम्मद जाहिद खान ने इस कार्यक्रम के उद्देश्यों और इसके महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम शिक्षकों को स्वच्छ ऊर्जा समाधान के क्षेत्र में नवीनतम ज्ञान और व्यावहारिक कौशल से सुसज्जित करेगा। यह एफडीपी 5 अगस्त 2024 से 10 अगस्त 2024 तक चलेगा, जिसमें कुल 50 प्रतिभागी भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में देश भर के प्रतिष्ठित संस्थानों से कुल दस विशेषज्ञ अपने व्याख्यान देंगे, जिसमें पांच विशेषज्ञ आईआईटी से, दो एनआईटी से और तीन सरकारी संस्थानों से होंगे। केआईपीएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, गोरखपुर द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को नवीनतम तकनीकी जानकारी प्रदान करना और उन्हें स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास के लिए प्रेरित करना है।

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