झोलाछाप डॉक्टर द्वारा किए गए ईलाज के दौरान बच्चे की हुई मौत
झोलाछाप डॉक्टर द्वारा किए गए ईलाज के दौरान बच्चे की हुई मौत
पुलिस ने नहीं कराया पोस्टमार्टम, पंचनामा कर की गई खानापूर्ति
*बच्चे की रहस्यमयी मौत से चर्चाओं का बाजार गर्म*
बांसगांव। थाना क्षेत्र के चइतरा गांव में एक तीन वर्षीय बीमार बच्चे की रहस्मय परिस्थियों में हुई मौत को लेकर तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। परिजनों द्वारा बच्चे का पोस्टमार्टम कराने से मना करने पर पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर परिजनों को सौंप दिया।
बांसगांव थाना क्षेत्र के ग्राम चइतरा निवासी रविन्द्र कुमार के तीन वर्षीय पुत्र ऋषभ के पेट में बीती रात करीब साढ़े बारह बजे दर्द होने पर उसे इलाज के लिए मंसूरिया में एक डाक्टर के यहां ले जाया गया। डाक्टर द्वारा बच्चे को एक इंजेक्शन लगाने के साथ ही उसे दवा भी दी गयी। बच्चे को लेकर परिजन घर लौट आये।
बच्चे की स्थिति में सुधार न होने पर परिजन उसे एम्बुलेंस सेवा 108 से रात्रि करीब 3 बजे सीएचसी बांसगांव पहुंचे। वहां पर डाक्टर ने बच्चे को चेक कर उसे मृत घोषित कर दिया। तत्पश्चात मृतक के पिता रविन्द्र ने इसकी सूचना थाने पर दी। उसने पुलिस को दिये गये लिखित प्रार्थना पत्र में कहा कि वह शव का पीएम नहीं कराना चाहता है। ऐसे में पुलिस ने पंचनामा भरकर ऋषभ का शव उसके पिता को सौंप दिया। इस रहस्यमयी घटना को लेकर क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है।
क्या कहते हैं झोलाछाप डॉक्टर
बच्चे का ईलाज कराने वाले डाक्टर सचिन वर्मा ने कहा कि रात में बच्चा ईलाज के लिए आया था जिसको मैंने दो सुई लगाई और सिरफ पीने के लिए दिया उसके बाद परिजन लेकर घर चले गए बच्चे के मरने की कोई जानकारी हमें नहीं है।
क्या कहते है थानेदार पुरुषोत्तम आनन्द सिह परिजनों के पोस्टमार्डम न कराने के आग्रह पर बच्चे के शव के सम्बंध में पंचनामा भर कर शव परिजनों को सपुर्द कर दिया गया।
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