भारत बन्द के नाम पर कौड़ीराम मे प्रदर्शनकारियों ने किया अराजकता
जबरदस्ती बंद कराई गई दुकानें, रोड भी किया गया जाम
दुकानदारों व राहगीरों मे मच गई थी अफरातफरी
दुकानदारों को दी गई गालियां, सामान भी बाहर फेकने का आरोप
व्यापारियों ने दी कई नामजद व पांच सौ अज्ञात लोगों के विरुद्ध तहरीर
सीओ बांसगांव ने दिया वीडियो फुटेज के आधार पर कारवाई का आश्वासन
एसएसपी का आदेश बेअसर, बंद समर्थकों को समझाते हुए प्रशासन रहा असहाय
कौड़ीराम गोरखपुर। एससी एसटी आरक्षण में बंटवारे को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के खिलाफ अनुसूचित जाति, जनजाति व राजनीतिक संगठनों की तरफ से भारत बन्द का आह्वान किया गया था। बांसगांव थाना अंतर्गत कौड़ीराम में भीम आर्मी व बसपा कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वोदय कालेज कौड़ीराम के ग्राउंड में इकट्ठा होकर जुलूस निकालते हुए कौड़ीराम कस्बे की दुकानें जबरदस्ती बंद कराना शुरू कर दिया एवं जमकर उत्पात मचाया गया। इस दौरान दुकानदारों से नोक झोक भी हुई। पुलिस प्रशासन के समझाने पर भी बंद कराने वाले नहीं माने। प्रदर्शनकारी दुकानदारों के शटर जबरदस्ती अपने हाथों से गिराने लगे। प्रशासन असहाय होकर सब कुछ देखता रहा। पूरी तरह से कौड़ीराम चौराहा प्रदर्शनकारी अराजक तत्वों के हवाले रहा। जबकि एसएसपी द्वारा एक दिन पहले ही एसपी सिटी, एसपी उत्तरी व दक्षिणी को अपने क्षेत्र के सुरक्षा का नोडल प्रभारी बनाया गया था। पुलिस कप्तान ने कहा था कि सीओ के साथ ही थानेदार व चौकी प्रभारी अपने- अपने क्षेत्र में सुबह से ही भ्रमणशील रहेंगे एवं जबरन बंदी करने का प्रयास करने एवं हुड़दंग करने वालों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी लेकिन एसएसपी का आदेश हवा हवाई साबित हुआ। बंदी समर्थकों द्वारा धरना प्रदर्शन के बाद जाते समय कुछ देर के लिए रोड जाम भी कर दिया गया था जिससे अफरातफरी का माहौल बन गया था। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार भीम आर्मी व बसपा कार्यकर्ता समेत भारत बंद के समर्थक सुबह से ही सर्वोदय इंटर कॉलेज के ग्राउंड में इकट्ठा होना शुरू हो गए थे, लेकिन प्रशासन ने इसे हल्के मे लिया। हजारों की संख्या में जब इकट्ठा हो गए तो जुलूस की शक्ल में कौड़ीराम चौराहे तक जाने लगे। रास्ते में जो भी दुकानें थी उनको बंद कराते गए। जो दुकानदार स्वेच्छा से बंद कर दिए तो ठीक जो नहीं बंद किया उसकी जबरदस्ती दुकान इन लोगों द्वारा गालियां देकर बंद कराई गई। कई जगह दुकानदार और बंद समर्थकों में नोक झोंक भी हुआ। उस समय प्रशासन असहाय स्थिति में खड़ा होकर बंद समर्थकों को समझाने बुझाने में लगा था लेकिन समर्थक उग्र होते रहे। दुकानदारों ने आरोप लगाया है कि कई दुकानों से सामान भी बाहर फेक दिया गया। शुरुआत में पुलिस फोर्स की कम मौजूदगी से इनका मनोबल बढ़ता गया, बाद में जब प्रशासन ने सख्ती दिखाई तो वापस फिर सर्वोदय ग्राउंड में आए और ज्ञापन देकर अपना प्रदर्शन समाप्त किया।
स्थानीय पुलिस ने एसएसपी के आदेश पर नही किया अमल
भारत बंद के दौरान शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसएसपी ने एक दिन पहले ही सीओ के साथ ही थानेदार व चौकी प्रभारी को अपने- अपने क्षेत्र में सुबह से ही भ्रमणशील रहने और एवं जबरन बंदी करने का प्रयास करने एवं हुड़दंग करने वालों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। लेकिन स्थानीय पुलिस प्रशासन ने एसएसपी के आदेश को हवा में उड़ा दिया। जिससे बंद समर्थकों का हौसला बुलंद हो गया।
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