इंद्र हेरिटेज स्कूल के छात्रों का परले-जी फैक्ट्री में औद्योगिक भ्रमण कराया गया
इंद्र हेरिटेज स्कूल के छात्रों का पारले-जी फैक्ट्री में औद्मोगिक भ्रमण
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश ।इंद्र हेरिटेज स्कूल तिलौरा,पाली,सहजनवां के विद्यार्थियों ने गत दिवस औद्योगिक भ्रमण के लिए गीडा स्थित पारले-जी फैक्ट्री का दौरा किया ।औद्योगिक भ्रमण प्रबंधन शिक्षा का एक अभिन्न अंग है, और यह वह अनुभव है जो छात्रों को विभिन्न उद्योगों के कामकाज के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी प्राप्त करने में मदद करता है ।यह छात्रों को बातचीत, काम करने के तरीकों और रोजगार प्रथाओं के माध्यम से व्यावहारिक रूप से सीखने का अवसर प्रदान करता है । फैक्ट्री में छात्रों ने बिस्कुट के प्रोसेसिंग प्लांट, पैकेजिंग प्लांट का दौरा किया जहां उन्हें फैक्ट्री के अंदर का नजारा देखने को मिला। पारले जी में समन्वयक ने विजिट के दौरान छात्रों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने पहले उद्योग पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई तथा प्लांट के कामकाज और इसकी उत्पादन से संबंधित संपूर्ण जानकारी दी ।विद्यार्थी पहले सिर्फ पारले-जी खाते थे परंतु यहां उन्होंने उसको बनाने व पैकिंग का तरीका देखा। उनके विभिन्न उत्पादो के बारे में जाना जिससे वह बहुत खुश तथा उत्साहित दिखाई दिए। स्कूल के निदेशक महोदय श्री जयंत देव धर दुबे ने बताया कि ऐसे औद्योगिक भ्रमण थियोरिटिकल और प्रैक्टिकल एजुकेशन के मध्य एक सेतु का काम करते हैं तथा छात्रों के भविष्य निर्माण में सहायक होते हैं। इस यात्रा के दौरान विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती स्नेहिता चौहान एवं शिक्षिका कविता , साविस्ता , अर्शिया ,कृतिका की भी उपस्थित रही ,उन्होंने छात्रों का मार्गदर्शन किया ।प्रधानाचार्या ने कहा कि प्रैक्टिल ज्ञान के माध्यम से छात्रों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए उन्हें इंडस्ट्रियल विजिट पर लाया गया है। इस प्रकार के विजिट से बच्चों मे आत्मविश्वास की वृद्धि होती है।
सहजनवा गोरखपुर बांसगांव संदेश ।इंद्र हेरिटेज स्कूल तिलौरा,पाली,सहजनवां के विद्यार्थियों ने गत दिवस औद्योगिक भ्रमण के लिए गीडा स्थित पारले-जी फैक्ट्री का दौरा किया ।औद्योगिक भ्रमण प्रबंधन शिक्षा का एक अभिन्न अंग है, और यह वह अनुभव है जो छात्रों को विभिन्न उद्योगों के कामकाज के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी प्राप्त करने में मदद करता है ।यह छात्रों को बातचीत, काम करने के तरीकों और रोजगार प्रथाओं के माध्यम से व्यावहारिक रूप से सीखने का अवसर प्रदान करता है । फैक्ट्री में छात्रों ने बिस्कुट के प्रोसेसिंग प्लांट, पैकेजिंग प्लांट का दौरा किया जहां उन्हें फैक्ट्री के अंदर का नजारा देखने को मिला। पारले जी में समन्वयक ने विजिट के दौरान छात्रों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने पहले उद्योग पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई तथा प्लांट के कामकाज और इसकी उत्पादन से संबंधित संपूर्ण जानकारी दी ।विद्यार्थी पहले सिर्फ पारले-जी खाते थे परंतु यहां उन्होंने उसको बनाने व पैकिंग का तरीका देखा। उनके विभिन्न उत्पादो के बारे में जाना जिससे वह बहुत खुश तथा उत्साहित दिखाई दिए। स्कूल के निदेशक महोदय श्री जयंत देव धर दुबे ने बताया कि ऐसे औद्योगिक भ्रमण थियोरिटिकल और प्रैक्टिकल एजुकेशन के मध्य एक सेतु का काम करते हैं तथा छात्रों के भविष्य निर्माण में सहायक होते हैं। इस यात्रा के दौरान विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती स्नेहिता चौहान एवं शिक्षिका कविता , साविस्ता , अर्शिया ,कृतिका की भी उपस्थित रही ,उन्होंने छात्रों का मार्गदर्शन किया ।प्रधानाचार्या ने कहा कि प्रैक्टिल ज्ञान के माध्यम से छात्रों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए उन्हें इंडस्ट्रियल विजिट पर लाया गया है। इस प्रकार के विजिट से बच्चों मे आत्मविश्वास की वृद्धि होती है।
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